खगड़िया शहर से जल निकासी की मांग के लिए सड़क जाम

खगड़िया। खगड़िया के शहरी क्षेत्र में भारी वर्षा के कारण जलजमाव ने बाढ़ का रूप ले लिया है। शहर के दक्षिणी इलाके में गंगा और बूढी गंडक नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी से शहर का मल-जल निकास पिछले 15 दिनों से ठप  था।शहर के दक्षिणी भाग में स्थित दान नगर, गांधी नगर, बबुआगंज आदि इलाकों से जलनिकास की मांग को लेकर स्थानीय लोगों ने शुक्रवार  को खगड़िया- बखरी बस स्टेंड रोड को मालगोदाम रोड के पास जाम कर दिया।  इसी बीच तीन दिनों की भारी बर्षा से नगर परिषद क्षे़त्र  के वार्ड नंबर 1,2,3,4,5,24,26 तथा 13,14,15 और 25 के इलाके में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी है। उल्लेखनीय है कि शहर के बीचोंबीच पूरब -पश्चिम रेलवे लाइन गुजरती है तथा शहर उत्तर और दक्षिण दो भागों में बंटा हुआ है। दक्षिणी भाग में जहां मुख्य बाजार, जे.एन.केटी इंटर स्कूल, लाल बाबू कन्या हाई स्कूल, आर्य कन्या उच्च विद्यालय  और व्यापारिक प्रतिष्ठान अवस्थित हैं वहीं उत्तरी भाग में कोर्ट-कचहरी, जेल, कोसी काॅलेज, बीएसएनएल, डीएवी स्कूल, केन्द्रीय विद्यालय आदि स्थित हैं ।

गुरुवार की  रात हुई मुसलाधार बारिश के कारण चित्रगुप्त नगर, राजेन्द्र नगर,सन्हौली के निचले इलाके में जलजमाव की समस्या और विकराल हो गई है। सिविल कोर्ट के पूर्वी और उत्तरी किनारे में दो फीट से ज्यादा जलजमाव हो गया है जिससे त्वरित न्यायालय भवन में कार्यरत चार कोर्ट तक जाने-आने में वकील, मुवक्किल के अलावा न्यायिक पदाधिकारियों को भी मुश्किलों  का सामना करना पड़ा। डीएवी स्कूल परिसर में देर रात हुई मूसलाधार वर्षा के कारण हुए  जलजमाव के कारण स्कूल को एक दिन पहले ही बंद कर देना पड़ा। शुक्रवार को स्कूल में अभिभावक-शिक्षक बैठक का आयोजन किया गया था उसे भी रद करना पड़ा। इधर अनुमंडल पदाधिकारी के आवास में भी जलजमाव पिछले एक सप्ताह से बना हुआ है। लोगों का मानना है कि यदि आवास बोर्ड- माडर सड़क पर पानी के दबाव वाले क्षेत्र में सड़क काटकर जल निकासी  की वयवस्था की जाय तो शहर के उत्तरी इलाके से जल निकासी  हो सकती  है। इधर भारी वर्षा के कारण दुर्गा पूजा के सफल आयोजन में भी बाधा उत्पन्न हो रही है। बड़ी दुर्गा स्थान दान बबुआगंज, दान नगर आदि इलाके में मंदिर परिसर में पानी जमा है। नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी राजीव कुमार गुप्ता ने बताया कि शहर के दक्षिणी भाग में 10 पंप सेट चैबीस घंटे जल निकासी  में लगे हुये हैं लेकिन भारी वर्षा के कारण हालात पुरानी  स्थिति में आ जाते हैं।

This post has already been read 10787 times!

Sharing this

Related posts