नई दिल्ली। प्रधानमंत्री
नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को देश की जनता से भारतीय अंतरिक्ष मिशन चन्द्रयान-2 के
चांद की स्तह पर उतरने से जुड़ा प्रसारण अपने घरों पर बैठकर लाइव देखने का आग्रह
किया है। उन्होंने कहा है कि यह मिशन भारत की प्रतिभा और परिश्रम को प्रदर्शित
करता है। इसकी सफलता से करोड़ों भारतीयों को लाभ होगा। प्रधानमंत्री ने
शुक्रवार को एक के बाद एक लगातार ट्वीट कर कहा कि वह स्वयं इस अभियान की सफलता के
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान परिषद् (इसरो) के बेंगलुरु स्थित केन्द्र से साक्षी
बनेंगे। उन्होंने कहा कि भारत और दुनिया के बाकी हिस्सों में इससे हमारे अंतरिक्ष
वैज्ञानिकों की अनुकरणीय प्रगति दिखाई देगी। उन्होंने कहा, ‘‘मैं
आप सभी से चंद्रयान-2 के चांद पर उतरते हुए विशेष क्षणों को देखने का आग्रह करता
हूं। आप अपनी तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर करें। मैं उनमें से कुछ को रिट्वीट भी
करूंगा।” प्रधानमंत्री ने कहा
कि 130 करोड़ भारतीय इस क्षण का उत्साह के साथ इंतजार कर रहे हैं। कुछ ही घंटों
में भारत का मिशन चन्द्रमा के दक्षिण ध्रुव पर उतरेगा। देशभर की युवा प्रतिभा सहित
भुटान के छात्र भी इस क्षण के उनके साथ साक्षी होंगे। इन छात्रों का चयन इसरो
द्वारा ‘माइगोव’ पर आयोजित प्रतियोगिता के माध्यम से हुआ है। इतन बड़े स्तर पर
छात्रों की भागीदारी दर्शाती है कि देश का भविष्य विज्ञान और अंतरिक्ष में काफी
रुचि रखता है जो एक अच्छा संकेत है। उन्होंने बताया कि 22 जुलाई को चन्द्रयान-2 मिशन की लांच के साथ ही वह मिशन पर नजर बनाए हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि
चन्द्रयान मिशन के तहत इसरो द्वारा भेजे स्पेसक्राफ्ट का लैंडर रात करीब 2 बजे
चन्द्रमा के दक्षिण ध्रुव पर उतरेगा। इस तरह चांद की सतह पर यान उतारने वाला भारत
दुनिया का चौथा देश बन जाएगा। चन्द्रमा के दक्षिण ध्रुव पर यान उतारने वाला
भारत पहला देश होगा। माना जाता है कि चन्द्रमा के दक्षिण ध्रुव पर पानी बर्फ के रूप
में मौजूद है, जिसकी पुष्टि भी इसरो के पहले चन्द्र मिशन ने की थी।
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