कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चक्रवाती तूफानी फानी से उपजे हालात को लेकर सोमवार को पश्चिम बंगाल के मेदनीपुर जिले के कलाइकुंडा में बैठक की, लेकिन इस बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शामिल न हुईं और न ही राज्य सरकार का कोई प्रतिनिधि उपस्थित रहा। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक बैठक में जरूर हाजिर रहे वहीं राज्य सचिवालय नवान्न की ओर से कहा गया है कि केंद्र सरकार ने इस बैठक की कोई जानकारी नहीं दी थी। इसलिए राज्य सरकार ने इस बैठक का बहिष्कार किया है। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पश्चिम बंगाल में दो चुनावी जनसभाओं को संबोधित करने के लिए सोमवार को यहां पहुंचे थे। इससे पहले उन्होंने चक्रवाती तूफान को लेकर बैठक करने का निर्णय किया था। इसकी जानकारी तूफान प्रभावित ओडिशा और बंगाल की सरकारों को दे दी गई थी। नवीन पटनायक बंगाल आ गए और उन्होंने प्रधानमंत्री के साथ फानी से उपजे हालात पर चर्चा की। साथ ही इससे हुए नुकसान और केंद्र की मदद से संबंधित एक रिपोर्ट भी प्रधानमंत्री को सौंपी है। लेकिन राज्य सरकार ने इस बैठक का बहिष्कार किया है। शनिवार को फानी ने जब पश्चिम बंगाल में प्रवेश किया था, तब हालात को जानने के लिए प्रधानमंत्री ने राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी से बात की थी। तृणमूल कांग्रेस ने इसको मुद्दा बनाते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री संघीय ढांचे का सम्मान नहीं करते हैं। उन्हें ममता बनर्जी से बात करनी चाहिए थी। उसी का नतीजा का है कि अब सोमवार को चक्रवात को लेकर राज्य में प्रधानमंत्री की हुई बैठक में भी ममता बनर्जी शामिल नहीं हुई हैं।
This post has already been read 8556 times!