नई दिल्ली। कांग्रेस ने सोनभद्र में सामूहिक हत्याकांड के पीड़ितों से मिलने जा रहीं पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को उत्तर प्रदेश प्रशासन द्वारा हिरासत में लिए जाने को कायराना और प्रजातंत्र का दमन बताया है। पार्टी ने प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए कहा कि नरसंहार के बाद पीड़ितों को न्याय देने के बजाय विपक्षी दलों के नेताओं को गिरफ्तार किया जा रहा है।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शनिवार को संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाते हुए कहा कि शुक्रवार से प्रियंका गांधी को गैरकानूनी तरीके से गिरफ्तार कर चुनार गेस्ट हाउस में नजरबंद कर रखा है। उनका कसूर इतना ही है कि वो सोनभद्र जाकर पीड़ित परिवारों का दुख साझा करना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि सोनभद्र में मानवता को मौत के घाट उतार दिया गया है, हालांकि हम मौन साधे नहीं बैठे रह सकते। मुखरता से हम अन्याय के खिलाफ आवाज उठाते रहेंगे।
सुरजेवाला ने कहा कि दूसरी ओर सोनभद्र के उम्भा गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। चारों तरफ पुलिस का घेरा है जैसे कि न्याय मांगते ये गरीब आदिवासी भाजपा की नजर में उग्रवादी हों। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर इस मामले को लेकर देश से झूठ बोलकर बरगलाने का भी आरोप लगाया।
सुरजेवाला ने कहा कि प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जनता को बताना होगा कि आखिर सोनभद्र नरसंहार के दोषियों को पकड़ने एवं सजा देने के बजाय पूरे गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर वह क्या साबित कर रही है। उन्होंने कहा कि आदित्यनाथ सरकार ने किस कानून के तहत पिछले 24 घंटे से प्रियंका गांधी को गिरफ्तार कर रखा है। आदित्यनाथ सरकार प्रियंका गांधी से इतना डरती क्यों है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि क्या उत्तर प्रदेश में विपक्षी नेताओं के जाने पर प्रतिबंध है। क्या कारण है कि प्रियंका सोनभद्र के पीड़ित परिवार से नहीं मिल सकतीं। क्या कारण है कि जब आदिवासी परिवारों के सदस्य गोला एवं अन्य आज चुनार गेस्ट हाउस में प्रियंका गांधी से मिलने आए तो भाजपा सरकार व उनकी पुलिस ने गैरकानूनी तरीके से उनपर रोक लगाई। क्या उत्तर प्रदेश में कानून और संविधान का शासन खत्म गया है। क्या संगठित अपराध हत्या बलात्कार डकैती दंगाई गुंडई अब आदित्यनाथ सरकार की पहचान बन गए हैं।
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