रांची। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो मंगलवार को रांची पहुंचे। वह राज्य के रसूखदार पूर्व नौकरशाह से जुड़ी संस्था के चिल्ड्रेन होम में सात वर्षीय बच्ची के साथ यौन हिंसा और मामले को दबाने का प्रयास की जानकारी मिलने पर रांची पहुंचे है।
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यह मामला धुर्वा थाना क्षेत्र के कुटे स्थित रेनबो फाउंडेशन इंडिया की ओर से संचालित रेनबो होम का है। पूर्व में यहां सात वर्षीय आदिवासी बच्ची के साथ चिल्ड्रेन होम के गार्ड द्वारा यौन हिंसा किया गया। साथ ही इसे दबाने का प्रयास भी किया गया है।
जानकारी के अनुसार एक सामाजिक कार्यकर्ता ने राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग से इसकी शिकायत की थी और कहा था कि बीते 7 अप्रैल को नाबालिग बच्ची के साथ चिल्ड्रेन होम के गार्ड के द्वारा यौन हिंसा किया गया। साथ ही चिल्ड्रेन होम के मैनेजर और सीडब्ल्यूसी द्वारा मामला को छुपाया गया, जो कि पॉस्को अधिनियम 19 की उप धारा 2 के तहत दंडनीय अपराध है। इस तरह की शिकायत मिलने के बाद राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग ने इस पर संज्ञान लिया है।
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राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष ने मंगलवार को ट्वीट करते हुए कहा है कि आज रांची झारखंड में हूं। यहां एक चिल्ड्रेन होम में बच्चे के साथ स्टाफ द्वारा यौन हिंसा और उसके बाद उसको दबाने का मामला प्रकाश में आया है। बालगृह उसी रसूखदार पूर्व नौकरशाह से ही संबंधित संस्था का है, जहां बच्चों का उपयोग धरना, प्रदर्शन और अराजक गतिविधियों में किया जाता है।
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