नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने प्रधानमंत्रित्व काल की दूसरी पारी में संसद सत्र में हुए कामकाज की सराहना करते हुए कहा कि यह गर्व की बात है कि देश की जनता ने जिन प्रतिनिधियों को चुनकर संसद भेजा है उन्होंने 60 साल के सारे रिकार्ड तोड़ते हुए दोनों सदनों में विधायी कार्यों में बेहतर योगदान दिया है।
मोदी ने आकाशवाणी पर अपने लोकप्रिय कार्यक्रम ‘मन की बात’ के दौरान कहा ‘ संसद को, लोकतंत्र के मंदिर के रूप में हम जानते हैं। एक बात का मैं आज बड़े गर्व से उल्लेख करना चाहता हूँ कि आपने जिन प्रतिनिधियों को चुन करके संसद में भेजा है उन्होंने पिछले 60 साल के सारे विक्रम तोड़ दिये हैं। पिछले छः मास में, 17वीं लोकसभा के दोनों सदन कामकाज की दृष्टि से बहुत ही उत्पादक रहे हैं। लोकसभा ने तो 114 प्रतिशत काम किया, तो, राज्य सभा ने 94 प्रतिशत काम किया।’
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि इससे पहले संसद के बजट-सत्र में, करीब 135 फ़ीसदी काम हुआ था और देर-देर रात तक संसद चली। उन्होंने इसके लिए सांसदों को बधाई देते हुए दोनों सदनों के अधिकारियों की भी सराहना की।
उन्होंने कहा कि जनता ने जिन जन-प्रतिनिधियों को भेजा है, उन्होंने, साठ साल के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये हैं। इतना काम होना अपने आप में भारत के लोकतंत्र की ताकत का भी, और लोकतंत्र के प्रति आस्था का भी, परिचायक है।
प्रधानमंत्री ने लोकसभा और राज्यसभा के पीठासीन अधिकारियों, सभी राजनैतिक दलों को, सांसदों को उनके इस सक्रिय भूमिका के लिये बधाई भी दी।
This post has already been read 6130 times!