इस्लामाबाद। पाकिस्तान में रोटी और नान की कीमतें कम करने के लिए प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार ने सड़क किनारे वाले तंदूरों के लिए गैस दरों में की गयी बढ़ोत्तरी को वापस ले लिया है। नकदी संकट से जूझ रही पाकिस्तान सरकार के गैस दरों को बढ़ाने के फैसले का चौतरफा विरोध हुआ था। पाकिस्तान विदेशी मुद्रा भंडार की कम आपूर्ति और गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहा है। इसी महीने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने पाकिस्तान को तीन वर्ष में छह अरब डॉलर का ऋण मुहैया कराने पर सहमति जतायी है। ताकि देश की अर्थव्यवस्था को सतत वृद्धि के रास्ते पर वापस लाया जा सके और लोगों की आजीविका का स्तर सुधारा जा सके। पाकिस्तान ने कड़े आर्थिक सुधार शुरू किए हैं। इनमें पेट्रोल, गैस और अन्य आवश्यक खाद्य वस्तुओं के दाम बढ़ाए हैं। इसका सीधा असर आम आदमी पर पड़ा है। प्रधानमंत्री खान की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की आर्थिक समन्वय समिति की बैठक में तंदूरों के लिए गैस की पुरानी दरों को लागू करने का निर्णय किया गया। यह निर्णय देशभर में नान और रोटियों की कीमत को कम रखने के लिए किया गया है। मौजूदा समय में देश के विभिन्न शहरों में नान की कीमत 12 से 15 रुपये तक है। जबकि गैस और आटे का दाम बढ़ाए जाने से पहले नान की कीमत 8 से 10 रुपये के बीच थी।सरकार का कहना है कि देशभर में एक विस्तृत सर्वेक्षण कर यह सुनिश्चित किया जाएगा कि गैस दरों में कमी का लाभ लोगों तक पहुंचे।
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