मिशन इंद्रधनुष से एक भी बच्चा नहीं छूटे: मुख्य सचिव

रांची । राज्य के मुख्य सचिव डॉ. डीके तिवारी ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि ऐसी व्यवस्था करें कि मिशन इंद्रधनुष के टीकाकरण से राज्य का एक भी बच्चा नहीं छूटे। उन्होंने कहा कि मिशन इंद्रधनुष अभियान के तहत जन्म से लेकर पांच साल तक के बच्चों को 11 गंभीर बीमारियों से जीवनभर बचाने के लिए टीकाकरण किया जाता है। इस अभियान के तहत विशेषकर सामान्य टीकाकरण से छूटे बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को चिह्नित कर उनका टीकाकरण किया जाएगा।

यह विशेष अभियान 2 दिसंबर  से शुरू होकर मार्च 2020 तक चलेगा। मुख्य सचिव ने इसकी सफलता के लिए सूचना एवं जनसंपर्क विभाग को व्यापक तौर पर लोगों को जागरूक करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि यह मिशन हर परिवार के लिए लाभदायक है, यह संदेश सही तरीके से आम जनता तक पहुंचना चाहिए। साथ ही, इसे लेकर कतिपय भ्रांतियों को भी दूर करने को कहा। मुख्य सचिव सोमवार को झारखंड मंत्रालय में मिशन इंद्रधनुष के कार्यक्रम की सफलता को लेकर बैठक कर रहे थे।

समन्वय के साथ मिशन को सफल बनाएं

मुख्य सचिव ने सभी संबंधित विभागों से कहा कि वे दो दिसंबर से पहले अपने-अपने विभागों की अलग-अलग बैठक कर तथा अन्य विभागों से समन्वय बनाकर मिशन को सफल बनाने की ग्रास रूट तक की पूरी कार्ययोजना बना लें। उन्होंने मिशन की पहुंच टीकाकरण से छूटे जंगल-पहाड़ों पर बसे परिवारों के बच्चों और गर्भवती महिलाओं तक पहुंचाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम बीमारी होने से पहले उसे रोकने से जुड़ा है, इसलिए काफी महत्वपूर्ण है।

बैठक में स्कूली शिक्षा के प्रधान सचिव एपी सिंह, स्वास्थ्य सचिव नितिन मदन कुलकर्णी, कल्याण सचिव हिमानी पांडे, महिला बाल विकास सचिव अमिताभ कौशल, पंचायती राज सचिव प्रवीण टोप्पो सहित यूनिसेफ, डब्ल्यूएचओ सहित अन्य संबंधित संस्थाओं के अधिकारी मौजूद थे।

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