- पीओके धमाके की घटना को बिना जांच ही पाक ने भारत से जोड़ा
- भारत द्विपक्षीय युद्धबंदी का खुला उल्लंघन कर रहा हैः आईएसपीआर
- कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफे के समाचार को पाक मीडिया में मिली प्रमुखताभारतीय पुलिस के निशाने पर मुस्लिम मवेशी कारोबारी: पाक मीडिया
नई दिल्ली। पाकिस्तान से गुरुवार को प्रकाशित अधिकतर समाचारपत्रों ने पाक अधिकृत कश्मीर में एलओसी पर हुए धमाके की घटना को प्रमुखता से जगह दी है। दैनिक जंग, नवाएवक्त, दुनिया, पाकिस्तान और एक्सप्रेस न्यूज समेत लगभग सभी पाकिस्तानी अखबारों ने इसे अपने प्रथम पृष्ठ पर प्रकाशित किया है। उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में लाइन ऑफ कंट्रोल से चंद मीटर दूर छंब सेक्टर के बरनाला में बारूदी धमाका हुआ। इसमें पाकिस्तानी सेना के 5 जवान मारे गए जबकि एक जवान घायल हुआ है। अजीब बात यह है कि एक तरफ तो इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशन्स (आईएसपीआर) ने इस धमाके के फौरन बाद कहा कि इसके बारे में पता लगाया जा रहा है जबकि बिना किसी जांच के इसे भारत से जोड़ दिया है। आईएसपीआर के अनुसार भारत द्विपक्षीय युद्धबंदी और अंतरराष्ट्रीय नियमों का खुला उल्लंघन कर रहा है। उसका कहना है कि यह घटना भारत समर्थित आतंकवाद की खुली मिसाल है। राहुल गांधी द्वारा कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिए जाने की खबर को भी कई पाकिस्तानी समाचारपत्रां ने अपने यहां जगह दी है। रोजनामा पाकिस्तान, जंग और एक्सप्रेस न्यूज ने इसे अपने प्रथम पृष्ठ पर प्रकाशित करते हुए लिखा है कि राहुल गांधी ने अपना त्यागपत्र वापस लेने से इंकार कर दिया है। राहुल गांधी ने एक बार फिर इस्तीफा स्वीकार करने पर जोर देते हुए पार्टी नेताओं को जल्द से जल्द नए अध्यक्ष का चुनाव करने की सलाह दी है। इसके अलावा दैनिक जंग ने भारतीय रियासत महाराष्ट्र में मूसलाधार बारिश की वजह से बांध टूटने की खबर को अपने देश-दुनिया के पृष्ठ पर प्रकाशित किया है। अखबार ने लिखा है कि इसमें 6 लोग की मृत्यु हो गई जबकि 30 लापता हो गए। नवाएवक्त ने जम्मू व कश्मीर से सम्बंधित दो समाचारों को अपने प्रथम पृष्ठ पर जगह दी है। इसमें से एक खबर अलगाववादी नेता और हुर्रियत चेयरमैन सय्यद अली शाह गिलानी के पोते अनस-उल-इस्लाम को एनआईए द्वारा 9 जुलाई को पूछताछ के लिए दिल्ली तलब किए जाने किए जाने से सम्बंधित है। अखबार ने इसे फर्जी मुकदमें की पूछताछ करार दिया है। वहीं अखबार ने जम्मू व कश्मीर में अलग अलग इलाकों से 4 गौतस्करों की गिरफ्तारी को भी अपने यहां जगह दी है। इसमें अखबार ने आगे लिखा है कि मुस्लिम मवेशी कारोबारियों को न केवल तथाकथित गोरक्षक अपने हमलों का निशाना बना रहे हैं बल्कि साम्प्रदायिक भारतीय पुलिस भी उन्हें गिरफ्तार कर रही है। उधर पाकिस्तान में प्रकाशित अधिकतर समाचारपत्रों ने टैक्स एमनेस्टी स्कीम की डेडलाइन समाप्त होने के बाद बेनामी सम्पत्तियों पर शुरू हुई कार्रवाई को अपना प्रमुख समाचार बनाया है। इसमें पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और पीएमएल (एन) नेता चौधरी तनवीर समेत 50 जनप्रतिनिधियों और संस्थाओं के खिलाफ हुई कार्रवाई शामिल है। इसके अलावा आईएमएफ द्वारा पाकिस्तान के लिए छह अरब डॉलर के कर्ज को स्वीकृति दिए जाने, हाफिज सईद समेत कई आतंकवादियों और उनके आतंकी संगठनों पर कार्रवाई के समाचार को भी पाकिस्तानी समाचारपत्रों ने प्रमुखता से छापा है।
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