रामगढ़। जिले में जल संरक्षण जागरूकता अभियान एक अनोखे मोड़ पर पहुंच गया है। जिले के तमाम मॉडल आंगनबाड़ी केंद्रों में नियुक्त सेविका और सहायिका रंगोली बनाकर ग्रामीणों को जागरूक कर रही हैं। फूलों से बनी हुई रंगोली लोगों को यह बता रही है कि किस तरीके से बारिश के पानी का संरक्षण करना है। साथ ही अपने आसपास वृक्षारोपण किस प्रकार किया जाना चाहिए। रंगोली के माध्यम से बताया जा रहा है कि जल संरक्षण कितना जरूरी है। जिले के पुरानडीह, पिपरा टोला एवं तमाड़ टोला के आंगनवाड़ी केन्द्रों की सेविकाओं द्वारा फूलों की रंगोली के माध्यम से लोगों को जल संरक्षण के लिए प्रेरित किया जा रहा है। आंगनबाड़ी सेविका अनीता देवी ने बताया कि विकास के नाम पर लगातार वृक्षों की कटाई हो रही है। जिस अनुपात में वृक्ष कट रहे हैं, उस अनुपात में वृक्षारोपण नहीं हो पा रहा है। पर्यावरण के इसी असंतुलन की वजह से बारिश भी कम हो रही है लेकिन विकास के नाम पर जमीन के अंदर से पानी का दोहन हो रहा है। आज जल संरक्षण इसलिए भी आवश्यक है क्योंकि अभी अगर नहीं चेते तो भविष्य में मानव जाति संकट में आ सकती है। इस संकट से निपटने के लिए एक मात्र उपाय वृक्षारोपण ही है।
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