नेता प्रतिपक्ष ने सीसैट लागू कर जनजातीय भाषा की मान्यता समाप्त कीः रघुवर दास

  • जोहार जन आशीर्वाद यात्रा के तहत सीएम ने जमशेदपुर के हाता में जनसभा को संबोधित किया
  • कहा,  संथाल मुख्यमंत्री ने संथाल की भाषा और संस्कृति के लिए कुछ नहीं किया`झारखंड मुक्ति मोर्चा आदिवासियों का सबसे बड़ा शोषक’

रांची। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा आदिवासियों का सबसे बड़ा शोषक है। आदिवासियों के हित का दावा करने वाली इस पार्टी ने आदिवासियों के विकास के साथ खिलवाड़ किया। इन्होंने सिर्फ गुमराह करने का काम किया है। सोरेन परिवार ने झारखंड में करोड़ों रुपए की आदिवासियों की जमीन को कौड़ियों के भाव खरीदने का काम किया। शुक्रवार को मुख्यमंत्री दास जोहार जन आशीर्वाद यात्रा के तहत कोल्हान प्रमंडल के जमशेदपुर स्थित हाता में आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने जोर देकर कहा कि आप सभी ऐसे छदम नेता के चरित्र को समझें। खासकर आदिवासी युवा यह जानें की नेता प्रतिपक्ष ने जनजातीय भाषा के साथ अपमान किया है। एक सितंबर 2013 को कैबिनेट से पास कर जेपीएससी से जनजातीय भाषा की मान्यता को समाप्त किया। आप जैसे ही युवाओं ने मुझसे मिलकर अपनी पीड़ा को साझा किया। तब जाकर वर्तमान सरकार ने 9 जनजातीय भाषा को यूपीएससी में शामिल किया। इन लोगों को सिर्फ चुनाव के समय आदिवासियों की याद आती है और चुनाव के बाद पूंजीपतियों की। इसका एक बड़ा उदाहरण है राज्य के बालू का ठेका मुंबई की बड़ी कंपनी को देना, लेकिन वर्तमान सरकार ने बालू उठाव का पूरा हक ग्राम सभा को दिया। झारखंड मुक्ति मोर्चा के चरित्र को समझने की जरूरत है। 

संस्कृति और भाषा के साथ किया खिलवाड़

रघुवर दास ने कहा कि संथाल मुख्यमंत्री होते हुए भी संथाली भाषा के लिए इन्होंने कुछ नहीं किया। जबकि वर्तमान सरकार ने कक्षा एक से पांच तक की पढ़ाई ओल चिकी में सुनिश्चित की है। अब संथाल के रेलवे स्टेशन में संथाली भाषा में अनाउंसमेंट हो रहा है। बच्चों को संथाली भाषा में शिक्षा देने के लिए शिक्षक की नियुक्ति नियुक्ति की जा रही है। जब तक नियुक्ति नहीं हो रही है, तब तक गांव के ही पढ़े लिखे युवक-युवतियों को कार्य का अवसर दिया जा रहा जा रहा है।

मिलीजुली सरकार से होता है नुकसान

मुख्यमंत्री दास ने कहा कि याद करें वो दिन जब एक निर्दलीय को मुख्यमंत्री बना कर मिलीजुली सरकार बनाकर 4 हजार करोड़ का घोटाला किया गया। मिलीजुली सरकार से नुकसान होता है। आप सभी एक स्थिर और मजबूत सरकार का चयन करें, ताकि 2014 से चली विकास की यात्रा अनवरत चलती रहे। डबल इंजन सरकार का ही परिणाम है कि बिना किसी भेदभाव के सभी गरीबों को राज्य में आवास मिल रहा है। महिलाओं को धुआं से मुक्ति मिल रही है। महिलाओं का सशक्तिकरण हो रहा है। राज्य के लोगों को स्वास्थ्य बीमा मिल रहा है। किसानों को कृषि कार्य के लिए संसाधन जुटाने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। ऐसी कई योजनाएं डबल इंजन सरकार की राज्य के गरीबों के सर्वांगीण विकास के लिए लागू की गई है। इस जोहार जन आशीर्वाद यात्रा के माध्यम से मैं आपके बीच फिर से डबल इंजन सरकार बनाने का अनुरोध करने आया हूं। आप डबल इंजन की सरकार बनाएं ताकि अभाव की जिंदगी, बेरोजगारी दूर की जा सके और झारखंड एक स्वावलंबी राज्य बनाया जा सके।

This post has already been read 7184 times!

Sharing this

Related posts