करतारपुर गलियारा : इंतजामिया कमेटी में खालिस्तान समर्थकों को निकालने की समीक्षा पर पाक तैयार

गुरदासपुर/चंडीगढ़। करतारपुर गलियारा मामले में पाकिस्तान ने भारत की आपत्तियों पर विचार शरू कर दिया है। पाकिस्तान सरकार ने गलियारा के लिए घोषित उस 10 सदस्यीय सूची पर एक बार रोक लगा दी है, जिस पर भारत ने ये कह कर ऐतराज किया था कि 10 सदस्यीय कमेटी में खालिस्तान समर्थक शमिल किये गए है और इसी वजह से भारत-पाकिस्तान के मध्य 2 अप्रैल को होने वाली बैठक रद्द की गई है। बताते है कि पाकिस्तान ने खालिस्तान समर्थक गोपाल सिंह चावला को 10 सदस्यीय कमेटी से अलग करने का फैसला किया है, इसके लिए अभी औपचारिक अधिसूचना अभी जारी की जानी है। इसके साथ ही भारत में भी करतारपुर गलियारा के लिए निर्माण कार्य शुरू कर दिए है और इसी के तहत भारत ने करतारपुर को जाने वाले 200 फुट चौड़े मार्ग व दोनों देशों के मध्य पड़ती रावी नदी पर पुल निर्माण की आधारशिला गुरुवार को रख दी थी और शुक्रवार से निर्माण कार्य शुरू हो जायेगा। करतारपुर गलियारा को लेकर 14 मार्च को उच्चाधिकारियों और बाद में ज़ीरो लाईन पर दोनों देशों के तकनीकी विशेषज्ञों के मध्य हुई बैठक की प्रगति के बाद 2 अप्रैल को होने वाली बैठक इस लिए रद्द कर दी गई थी क्योंकि भारत ने कुछ मामलों में पाकिस्तान सरकार के समक्ष आपत्ति दर्ज़ की थी, जिनमे एक गलियारा के लिए पाकिस्तान की तरफ से घोषित 10 सदस्यीय समिति में गोपाल सिंह चावला सरीखे खालिस्तान समर्थकों को शामिल करना था, जिसे आतंकी मास्टर मांइड हफ़ज़ सईद का करीबी माना जाता है। खास बात ये भी है कि पाकिस्तान द्वारा श्री गुरु नानक देव जी के 550 प्रकाश उत्सव के लिए पाकिस्तान में गठित कमेटी में चावला का नाम शामिल करने के बावजूद चावला ने भारत विरोधी राग अलापना कम नहीं किया, बल्कि वो अब भी अपने फेसबुक अकॉउंट पर भारत के खिलाफ जहर उगल रहा है। अन्य मुद्दों में करतारपुर दर्शनों को प्रतिदिन जाने की स्वीकृति, श्रद्धालुओं की संख्या प्रतिदिन 500 की बजाये 5000 व् पूरा साल दर्शनों का मौका इत्यादि बाते थी, परन्तु अभी तक पाकिस्तान की तरफ से कोई जवाब नहीं आया है। पाकिस्तान ने 10 सदस्यीय गलियारा समिति की अधिसूचना को जारी करने को एक बार रोक दिया है। पाकिस्तान ने इस 10 सदस्यीय कमेटी के उन सदस्यों पर समीक्षा शुरू कर दी है, जिनके बारे में समझा जाता है कि भारत ने ऐतराज किया है। इन् नामों में गोपाल सिंह चावला (महासचिव पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी), शमशेर सिंह, संतोख सिंह और कुलजीत सिंह के नाम शामिल है। पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने इस 10 सदस्यीय कमेटी की घोषणा की थी, परन्तु अभी तक इसकी अधिसूचना नहीं जारी की गई थी। इस विवादित 10 सदस्यीय सूची को लेकर पाकिस्तान ने वीरवार को एक बैठक भी की थी, परन्तु भारत को इस बारे में पाकिस्तान ने अभी कोई औपचारिक सूचना नहीं दी है। भारत की आपत्तियों कापाकिस्तान की तरफ से जवाब आने के बाद ही दोनों देशों के मध्य गलियारा को लेकर बैठकों की आगामी रणनीति तय होगी।

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