-केंद्रीय विद्यालय की शिक्षिका ने की खुदकुशी, परिजन व पुलिस को थी तलाश
-पांच दिनों से लापता अंकिता ने सुसाइड नोट में लिखी अपनी मानसिक स्थिति
रामगढ़। `सॉरी पापा, सॉरी वेद…मैं हर रिश्ते में फेल हो गई। ना ही मैं बेहतर बेटी बन सकी और ना ही मैं बेहतर पत्नी के रूप में ही साबित हुई हूं।’ यही शब्द अंकिता ने अपने सुसाइड नोट में इस्तेमाल किया है। जिले के केंद्रीय विद्यालय में कार्यरत रही महिला शिक्षक कुमारी अंकिता का शव शनिवार सुबह बरकाकाना थानाक्षेत्र के जोड़ा तालाब में मिला था। महिला के पति वेदप्रकाश ने शव की शिनाख्त की। वह 07 अक्टूबर की शाम को गौशाला स्थित फ्रेंड्स कॉलोनी के किराये के मकान से निकली थी और उसका कोई पता नहीं चला था। आशंका जतायी जा रही है कि 07 अक्टूबर को ही तालाब में कूदकर उसने जान दे दी।
सुसाइड नोट में उसने साफ शब्दों में कहा है कि वह अपनी जिंदगी से तंग आ चुकी है। उसकी जिंदगी के जितने भी बेहतर पल हैं, अब दुबारा उसकी जिंदगी में नहीं आने वाले हैं। इसलिए इस जिंदगी को अलविदा कहने में ही भलाई है। अंकिता ने सबसे पहले अपने पिता से क्षमा मांगी और कहा कि वह एक बेटी के रूप में खुद को साबित नहीं कर पाई क्योंकि उसने बेटी के रूप में जन्म लिया था। उसने अपने पति को दुनिया का सबसे बेहतर पति बताया और कहा कि मैं पत्नी धर्म नहीं निभा सकी हूं। उसने कहा कि मैं आत्महत्या कर रही हूं और मेरी आत्महत्या की वजह कोई भी नहीं है। ना ही इसके लिए कोई जिम्मेदार है। मैं अपनी जिंदगी इसलिए खत्म कर रही हूं, क्योंकि मैं मानसिक तौर पर सही नहीं हूं। उसने अपने पिता और पति के अलावा अपने भाई को भी सॉरी बोला है। अंकिता ने अपने सुसाइड नोट में यह भी कहा है कि मैं अपनी जिंदगी की सच्चाई को स्वीकार नहीं कर पा रही हूं। अंकिता ने कहा है कि मैं इन सारी बातों से अपने पति वेद प्रकाश को अवगत कराना चाहती थी। मैंने कई बार कोशिश भी की, लेकिन मैं हर बार असफल रही और मैं इस बारे में अपने पति को कुछ भी नहीं बता सकी। अंकिता ने यह भी कहा है कि मेरे परिवार के लोग बहुत अच्छे हैं और खासकर मेरा पति। मैं अपने पति के घर में एक बेहतर इंसान के रूप में दोबारा जन्म लूंगी। इसके साथ ही अंकिता ने अपने सुसाइड नोट के आखिरी में यह कहा है कि मेरा गुस्सा ही मेरा दर्द है। इस दर्द को खत्म करने के लिए मैंने कई बार आत्महत्या करने के बारे में सोचा, लेकिन हर बार परिवार वालों के बारे में सोच कर मैंने अपना फैसला बदल दिया। लेकिन आज मैं खुश हूं क्योंकि मुझे वह ताकत मिली है कि मैं सुसाइड कर सकूं। उल्लेखनीय है कि महिला के पति वेदप्रकाश ने 10 अक्टूबर को उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करायी थी। पति को अंकिता का सुसाइड नोट भी मिला था लेकिन पुलिस को भी भरोसा नहीं था कि वह इतना बड़ा कदम उठा लेगी। महिला के पति गुड़गांव में बैंक के शाखा प्रबंधक के पद पर कार्यरत हैं और उनकी पत्नी अंकिता केंद्रीय विद्यालय में इंग्लिश टीचर के रूप में नियुक्त हुई थी। वह यहां किराये के मकान में रह रही थीं। यहां नियुक्ति से पूर्व वह दिल्ली में कॉन्ट्रैक्ट टीचर थीं।
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