हजारीबाग : राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने हजारीबाग में अन्नदा चौक में कीर्ति स्तंभ का लोकार्पण किया। इस अवसर पर मुनि श्री प्रमाण सागर महाराज, सांसद जयंत सिन्हा, बरही विधायक उमाशंकर अकेला सहित कई लोग उपस्थित थे। भव्य समारोह में राज्यपाल ने कीर्ति स्तंभ का पारंपरिक रीति रिवाज के साथ लोकार्पण किया। बाद में टाउन हॉल में आयोजित कार्यक्रम में द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि झारखंड अध्यात्म के साथ-साथ पर्यटक स्थल एवं प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर है। उन्होंने पारसनाथ की चर्चा करते हुए कहा कि यहां जैन धर्म के कई तीर्थंकर मोक्ष प्राप्त कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि देश-विदेश से लोग पार्श्वनाथ में पहुंचकर भगवान का दर्शन करते हैं। इटखोरी की चर्चा करते हुए राज्यपाल ने कहा कि यह कई संस्कृतियों का मिलन स्थल है। यहां बौद्ध एवं जैन धर्म के साथ-साथ मां भद्रकाली स्थित है, जो हिंदुओं के लिए पूज्य स्थल है। उन्होंने यह भी कहा कि कीर्ति स्तंभ आने वाले समय में युवाओं को प्रेरित करता रहेगा।बताया गया है कि जैन मुनि श्री विद्यासागर जी महाराज की स्मृति में पूरे देश में 122 कीर्ति स्तंभ लगाए गए हैं। इसमें से एक हजारीबाग के अन्नदा चौक पर स्थित कीर्ति स्तंभ का लोकार्पण किया गया।जैन मुनि प्रमाण सागर जी महाराज ने कहा कि भारत देश में राजा महाराजाओं की तुलना में ऋषि-मुनियों को ज्यादा सम्मान मिलता रहा है। यह देश ऋषि-मुनियों का देश है। उन्होंने कहा कि इतिहास कीर्ति स्तंभ और शिलालेख से पहचाना जाता है। आने वाले समय में हजारीबाग का इतिहास भी कीर्ति स्तंभ से जाना जाएगा। मौके पर सांसद जयंत सिन्हा ने कहा कि जिस माहौल में इस कीर्ति स्तंभ चौक का लोकार्पण किया गया है ऐसे में शहर के कई अन्य चौक का भी सुंदरीकरण किए जाने की आवश्यकता है।
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