दुबई। ईरान के सरकारी टेलीविजन ने पेट्रोल के दाम बढ़ाए जाने पर हाल के प्रदर्शनों के बीच प्रदर्शनकारियों को ‘‘दंगाई’’ बताते हुए मंगलवार को पहली बार माना कि सुरक्षाबलों ने उन पर गोलियां चलाई जिनमें कई लोग मारे गए। यह पहली बार है जब सरकार ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ हिंसा के लिए किसी तरह की जवाबदेही तय की है। मानवाधिकारों पर काम करने वाली अंतरराष्ट्रीय स्वयंसेवी संस्था एमनेस्टी इंटरनेशनल ने कहा कि ईरान में पेट्रोल के तेजी से बढ़ते दामों के विरोध में प्रदर्शनों और उसके बाद सुरक्षा बलों की कार्रवाई में कम से कम 208 लोगों की मौत हो गयी है। हालांकि उसने अपने दावे के समर्थन में कोई सबूत नहीं दिया। ईरान में पेट्रोल के दाम बढ़ाने पर 15 नवंबर से शुरू हुए इन प्रदर्शनों पर अभी तक राष्ट्रव्यापी आंकड़ें जारी नहीं किए हैं।
This post has already been read 6544 times!