दुमका। दुमका के इंडोर स्टेडियम में ओलचिकि भाषा के प्रोत्साहन के लिए ओलचिकि प्रमंडलीय सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए सीएम रघुवर दास ने कहा जब-जब केंद्र में भाजपा की सरकार बनी तब-तब आदिवासी के लिए बेहतर कार्य किये गए। आदिवासी के लिए अलग मंत्रालय भाजपा सरकार की देन है। आदिवासी महापुरुष और भाषा को सम्मान देने का कार्य किया। मातृ भाषा में पढ़ाई होनी चाहिए। कक्षा एक से 5 तक ओलचिकि भाषा में पढ़ाई होगी। सरकारी कार्यालयों के काम ओलचिकि भाषा में काम होगा और इसकी शुरुआत भी हो चुकी है। किसी भी धर्म को आप मानें, हम उसका सम्मान करते हैं, लेकिन धर्म की आड़ में अधर्म बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वैसे लोगों की जगह होटवार जेल में है। सीएम ने कहा जिस स्कूल में ओलचिकि की पढ़ाई होती है और वहां शिक्षक की कमी हो तो उसी पंचायत के शिक्षित युवक और युवती को 150 रुपये प्रति घंटी की दर पर तब तक के लिए नियुक्त करें जब तक स्थायी नियुक्ति नहीं हो जाती। सीएम ने कहा संथाल परगना से गरीबी दूर करने का संकल्प लिया हूं। इसलिए बार-बार संथाल परगना आते हैं। सीएम ने कहा, इस मौके पर भाषा और संस्कृति को अक्षुण्ण रखने का संकल्प लें।
इससे पहले सम्मेलन का उद्घाटन अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस अवसर पर समाज कल्याण मंत्री डॉ. लुईस मरांडी और संथाल परगना सह प्रभारी रमेश हांसदा आदि उपस्थित थे। इससे पहले आउटडोर स्टेडियम में सुजलाम सुफलाम कार्यक्रम के तहत 80 किसानों के बीच परिसंपत्ति का वितरण सीएम ने सांकेतिक रूप से किया।
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