अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई टली

नई दिल्ली । अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई नहीं होगी। आज पांच सदस्यीय संविधान बेंच के सदस्य जस्टिस ऐसे बोब्डे के उपलब्ध नहीं होने के कारण यह बेंच आज सुनवाई नहीं करेगी। जस्टिस बोब्डे की तबीयत खराब है जिसकी वजह से वे आ नहीं पाए।
आज रामलीला के वकील सीएस वैद्यनाथन आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की रिपोर्ट और गवाहों के बयानों पर अपना पक्ष रखने वाले थे।पिछले 16 अगस्त को वैद्यनाथन ने विवादित जमीन के नक्शे और फोटोग्राफ कोर्ट को दिखाए थे। वैद्यनाथन ने कहा था कि खुदाई के दौरान मिले खम्भों में श्री कृष्ण, शिव तांडव, और भगवान राम के बाल रूप की तस्वीर नजर आती है। वैद्यनाथन ने कहा था कि मस्जिद में जहां तीन गुम्बद बनाए गए थे वहां बाल रूप में राम की मूर्ति थी। अप्रैल 1950 में विवादित क्षेत्र का निरीक्षण में कई पक्के साक्ष्य मिले थे जिसमें नक्शे, मूर्तियां, रास्ते और इमारतें शामिल हैं। परिक्रमा मार्ग पर पक्का और कच्चा रास्ता बना था। वैद्यनाथन ने कहा कि मस्जिद में मानवीय या जीव-जंतुओं की मूर्तियां नहीं हो सकती हैं, मस्जिदें सामूहिक साप्ताहिक और दैनिक प्रार्थना के लिए होती हैं।वैद्यनाथन ने कहा था कि सिर्फ नमाज़ अदा करने से वह जगह उनकी नहीं हो सकती। जब तक वह आपकी सम्पति न हो, नमाज़ कहीं पर भी पढ़ सकते हैं। नमाज सड़कों पर पढ़ते हैं, इसका मतलब यह तो नहीं कि सड़क आपकी हो गई। इस पर मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन ने आपत्ति जताते हुए कहा कि कहीं पर भी नमाज अदा करने की बात गलत है। यह इस्लाम की सही व्याख्या नहीं है। वैद्यनाथन ने कहा कि मस्जिदों में देवताओं की तस्वीरों वाले खम्बे नहीं होते हैं। वैद्यनाथन ने कहा था कि खम्भों और छत पर बनी मूर्तियां और तस्वीर मंदिरों में ही होते हैं और हिन्दू परंपरा भी यही है।

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