नई दिल्ली : कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए विश्व के कई देश भारत की सहायता के लिए आगे आ रहे हैं। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युल मैक्रां ने भारत के साथ भावनात्मक एकजुटता दर्शाने के लिए हिन्दी में एक संदेश जारी किया है। इसमें उन्होंने कहा है कि महामारी से कोई देश अछूता नहीं है और ऐसे में एकजुटता ही हमारे देशों की सोच है, जिससे हम मिलकर संकट पर विजय पाएंगे।
फ्रांस के राष्ट्रपति ने अपने फेसबुक प्रोफाइल में भारत के साथ एकजुटता दिखाते हुए कहा है कि हम जिस महामारी से गुज़र रहे हैं, कोई इससे अछूता नहीं है। हम जानते हैं कि भारत एक मुश्किल दौर से गुज़र रहा है। फ्रांस और भारत हमेशा एकजुट रहे हैं। फ्रांस सहायता प्रदान करने के लिए तत्परता से काम कर रहा हैं। फ्रांस भारत को मेडिकल उपकरण, वेंटिलेटर और ऑक्सीजन तथा 8 ऑक्सीजन जनरेटर भेजेगा। प्रत्येक जेनरेटर ऑक्सीजन का उत्पादन करके एक अस्पताल को 10 साल तक आत्मनिर्भर बना सकता है। फ्रांस के मंत्रालयों के विभाग भी कड़ी मेहनत कर रहे हैं। फ्रांसीसी कंपनियां लामबंद हो रही हैं। एकजुटता फ्रांस की सोच के केंद्र में है । यह दोनों देशों के बीच मित्रता के केंद्र में है। हम एक साथ मिलकर जीतेंगे।
इसी बीच आयरलैंड भारत को 700 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भेज रहा है। यह हवा से ऑक्सीजन इकट्ठा कर उसे 90 प्रतिशत तक कंसंट्रेट कर सीधे मरीज तक पहुंचाता है। वहीं भूटान भारत को प्रतिदिन 40 मीट्रिक टन लिक्विड ऑक्सीजन देगा। भूटान के सौम्द्रूप जोंखार जिले स्थिति क्रायोजेनिक ऑक्सीजन प्लांट असम को ऑक्सीजन की सप्लाई करेगा। यह भारत और भूटान की कंपनियों का संयुक्त उपक्रम है।
This post has already been read 6299 times!