इंफाल। नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर असम से उठी आवाज का असर धीरे-धीरे पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों में भी होने लगा है। इनमें मेघालय, मणिपुर और मिजोरम में इसका अधिक असर देखा जा रहा है। विधेयक के विरुद्ध सबसे अधिक मुखर होकर वामपंथी पार्टियां व उनके घटक संगठन आवाज उठा रहे हैं। मणिपुर में इस मुद्दे पर पिछले कुछ दिनों से लगातार छिटपुट आंदोलन हो रहे हैं।
विधेयक के मुद्दे पर भावुकता के वशीभूत होकर वर्ष 2006 में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित अरिबाम श्याम शर्मा ने रविवार को अपना पुरस्कार लौटाने की घोषणा की। उन्होंने राजधानी इंफाल में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान पद्मश्री पुरस्कार को लौटाने का ऐलान किया है। 82 वर्षीय चलचित्र निर्देशक ने कहा कि वे केंद्र सरकार के विधेयक को लेकर उठाए गए कदम से बेहद दुखी हैं, जिसके चलते उन्होंने अपना पद्मश्री पुरस्कार लौटाने का निर्णय किया है। उन्होंने सरकार से नागरिकता संशोधन विधेयक को अविलंब रद्द करने की भी मांग की।
ज्ञात हो कि अरिबाम श्याम शर्मा ने पहली मणिपुरी ब्लॉक ब्लास्टर फिल्म का निर्देशन किया था। उन्होंने कई जनप्रिय मणिपुरी फिल्मों का निर्देशन किया है। उन्होंने कहा कि पूरे पूर्वोत्तर में इस विधेयक का विरोध हो रहा है, इसके बावजूद केंद्र सरकार इसको जबर्दस्ती थोपने पर तुली हुई है।
विधेयक के मुद्दे पर भावुकता के वशीभूत होकर वर्ष 2006 में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित अरिबाम श्याम शर्मा ने रविवार को अपना पुरस्कार लौटाने की घोषणा की। उन्होंने राजधानी इंफाल में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान पद्मश्री पुरस्कार को लौटाने का ऐलान किया है। 82 वर्षीय चलचित्र निर्देशक ने कहा कि वे केंद्र सरकार के विधेयक को लेकर उठाए गए कदम से बेहद दुखी हैं, जिसके चलते उन्होंने अपना पद्मश्री पुरस्कार लौटाने का निर्णय किया है। उन्होंने सरकार से नागरिकता संशोधन विधेयक को अविलंब रद्द करने की भी मांग की।
ज्ञात हो कि अरिबाम श्याम शर्मा ने पहली मणिपुरी ब्लॉक ब्लास्टर फिल्म का निर्देशन किया था। उन्होंने कई जनप्रिय मणिपुरी फिल्मों का निर्देशन किया है। उन्होंने कहा कि पूरे पूर्वोत्तर में इस विधेयक का विरोध हो रहा है, इसके बावजूद केंद्र सरकार इसको जबर्दस्ती थोपने पर तुली हुई है।
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