वाशिंगटन/नई दिल्ली। पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक और झटका लगा है। अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के वित्तपोषण की निगरानी करने वाली संस्था एफएटीएफ (फाइनेशियल एक्शन टास्क फोर्स) ने इसे ब्लैक लिस्ट में डाल दिया है। यह जानकारी शुक्रवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली। रिपोर्ट के मुताबिक एफएटीएफ के एशिया पैसिफिक ग्रुप ने पाया कि पाकिस्तान ने आतंकी फंडिंग और मनी लॉड्रिंग के 40 अनुपालन मानकों में से 32 पर ही खरा उतरा जिसकी कारण उसके खिलाफ यह कार्रवाई की गई। उल्लेखनीय है कि इससे पहले पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डाला गया था। एफएटीएफ ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान टेरर फंडिंग पर अपने एक्शन प्लान को पूरा करने में पूरी तरह विफल रहा है। अमेरिका के फ्लोरिडा में आयोजित बैठक के समापन पर जारी एक बयान पर एफएटीएफ ने चिंता जताई है कि न सिर्फ पाकिस्तान जनवरी की समय सीमा के साथ अपने एक्शन प्लान को पूरा करने में विफल रहा है बल्कि वह मई 2019 तक भी अपनी कार्ययोजना को पूरा नहीं कर सका है। पाकिस्तान के वित्त मंत्रालय ने एपाजी द्वारा ब्लैक लिस्ट किए जाने की खबरों को झूठा बताया है। एपाजी की बैठक में पाकिस्तान की मंत्रीस्तरीय टीम का नेतृत्व स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के गवर्नर ने किया। बैठक में अनुपालन रिकॉर्ड की समीक्षा किए जाने की मांग भी की गयी।
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