रांची । केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ ) झारखंड सेक्टर में मंगलवार को संविधान दिवस मनाया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि सीआरपीएफ आईजी संजय आनंद लाठकर ने कहा कि संविधान हमें हमारे मूल अधिकार देता है लेकिन इनके साथ ही संविधान हमें हमारे मूल कर्त्तव्यों की शिक्षा भी देता है। संविधान दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य भी यही है कि प्रत्येक नागरिक अपने मूल अधिकारों के साथ-साथ अपने मूल कर्त्तव्यों का भी ध्यान रखे। तभी हम महान संविधान निर्माताओं के सपनों का भारत बना पायेंगे।
उन्होंने कहा कि भारत का संविधान विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। जिसमें मूलत कुल 22 भाग, 395 अनुच्छेद और 8 अनुसूचियां थी। अबतक भारतीय संविधान में जरूरत के अनुसार कुल 104 बार संशोधन किया जा चुका है। वर्तमान समय में संविधान में कुल 25 भाग, 448 अनुच्छेद एवं 12 अनूसूचियां है। भारत का संविधान बनाने में प्रख्यात कानूनविद डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी।
संविधान सभा के प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ. भीमराव अम्बेडकर के 125 वीं जयंती वर्ष के रूप में 26 नवम्बर 2015 से संविधान दिवस पूरे भारतवर्ष में मनाया जा रहा है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने भारत के संविधान की प्रस्तावना पढ़कर सुनायी और उपस्थित सभी अधिकारी तथा जवानों ने भी उसे दोहराया। इस अवसर पर डीआईजी अखिलेश प्रसाद सिंह, डीटी बनर्जी, उषा किरण कंडूलना, भाष्कर रे सहित सीआरपीएफ के अधिकारी और जवान उपस्थित थे।
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