उत्तर प्रदेश : कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है. प्रतापगढ़ से पूर्व सांसद राजकुमारी रत्ना सिंह बीजेपी का दामन थामने जा रही हैं. रत्ना सिंह पूर्व विदेश मंत्री राजा दिनेश सिंह की बेटी हैं और कांग्रेस के दिग्गज नेता प्रमोद तिवारी की करीबी मानी जाती हैं. प्रतापगढ़ विधानसभा सीट पर उपचुनाव से पहले रत्ना सिंह को अपने साथ मिलाकर बीजेपी कांग्रेस में जबरदस्त सेंधमारी करती नजर आ रही है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में वह मंगलवार को ही रत्ना सिंह बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करेंगी. प्रतापगढ़ के गड़वारा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उपचुनाव में सहयोगी अपना दल के प्रत्याशी राजकुमार के समर्थन में चुनावी सभा करेंगे. इसी सभा में राजकुमारी रत्ना सिंह भी मंच पर पहुंच गई हैं जो अपने समर्थकों के साथ बीजेपी का दामन थामेंगी.साथ में उनके पुत्र भुवन्यु सिंह भी हैं.
हालांकि पहले राजकुमारी रत्ना के बीजेपी में शामिल होने का कार्यक्रम लखनऊ में था, लेकिन इस बीच विधानसभा उपचुनाव की सरगर्मी बढ़ने से इसमें बदलाव किया गया. बता दें कि राजकुमारी रत्ना सिंह प्रतापगढ़ संसदीय सीट से 1996, 1999 और 2009 में सांसद रह चुकी हैं. 2014 और 2019 में लगातार उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा है.
रत्ना सिंह पूर्व विदेश मंत्री राजा दिनेश सिंह की पुत्री हैं. राजा दिनेश सिंह प्रतापगढ़ से चार बार सांसद रहे हैं. रत्ना का परिवार शुरू से ही कांग्रेसी रहा है. इनके परिवार में रामपाल सिंह कांग्रेस के संस्थापक सदस्य थे और पिता राजा दिनेश सिंह इंदिरा गांधी सरकार में विदेश मंत्री रहे. दिनेश सिंह पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के बहुत करीबी थे. इसके चलते नेहरू-गांधी परिवार उनको बहुत महत्व देता था.
इसी के चलते 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने प्रतापगढ़ से प्रमोद तिवारी की मजबूत दावेदारी के बाद भी रत्ना सिंह को टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा था. हालांकि इस चुनाव में रत्ना जीत नहीं सकी हैं. ऐसे में संजय सिंह के बाद कांग्रेस को यह तीसरा बड़ा झटका मिलने जा रहा है.
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