गुजरांवाला: पाकिस्तान से अल्पसंख्यक ईसाई समुदाय की सैकड़ों लड़कियों को हाल के महीनों में दुल्हन के रूप में तस्करी कर चीन ले जाया गया है और पाकिस्तान चीनी पुरुषों के लिए शादी का नया बाजार बन गया है. चीनी और पाकिस्तानी दलाल लड़कियों की तलाश में रहते हैं और गिरजाघरों के बाहर मंडराते रहते हैं. कुछ मामलों में देखा गया है कि पादरियों को लड़की के गरीब माता-पिता को लुभाने के लिए पैसा मिलता है और वे माता-पिता को उनकी बेटी के बदले पैसे देने का वादा करते हैं. माता-पिता को कई हजार डॉलर मिलते हैं और उन्हें बताया जाता है कि उनका दामाद अमीर है और उसने ईसाई मज़हब अपना लिया है. हालांकि ये सब झूठ होता है.
अधिकतर लड़कियों की शादी उनकी मर्जी के खिलाफ होती है और चीन पहुंचने के बाद लड़कियां दूर-दराज़ के ग्रामीण इलाको में खुद को अलग थलग पाती हैं . उनके उत्पीड़न का खतरा रहता है और वे स्थानीय लोगों से बातचीत करने में असमर्थ होती हैं तथा उन्हें एक गिलास पानी के लिए भी अनुवाद ऐप्प का सहारा लेना पड़ता है.
This post has already been read 13457 times!