सील हुई चिटफंड कंपनी, मुख्यमंत्री जनसंवाद में हुई थी शिकायत

रामगढ़। जिला प्रशासन ने गुरुवार को चिटफंड कंपनी वेलफेयर बिल्डिंग एंड स्टेट प्राइवेट लिमिटेड के कार्यालयों को सील कर दिया। इस चिटफंड कंपनी का दफ्तर शहर के बिजुलिया तालाब रोड और दूसरा दफ्तर गोला प्रखंड स्थित डीवीसी चौक के पास है। एसडीओ अनंत कुमार के आदेश पर गुरूवार को थाना प्रभारी विपिन कुमार और सीओ भोला शंकर महतो की मौजूदगी में चिटफंड कंपनी को सील किया गया। अनुमंडल पदाधिकारी अनंत कुमार ने बताया कि इस कंपनी के खिलाफ सीबीआई ने 460 सुपुर्द किया था। कंपनी की विभिन्न जिलों में खुली शाखाएं बंद हो चुकी हैं। कंपनी के द्वारा हजारों उपभोक्ताओं का करोड़ों रुपए गबन किया गया है। इस मामले का खुलासा मुख्यमंत्री जनसंवाद में हुआ था।जैसे ही यह मामला सामने आया रामगढ़ के दंडाधिकारी रेजिना रजनी इंदवार को इस कंपनी की वर्तमान स्थिति की जांच की जिम्मेवारी सौंपी गई। जांच के दौरान रेजिना रजनी इंदवार ने यह पाया कि चिटफंड कंपनी का दफ्तर रामगढ़ में संचालित हो रहा है। यहां कई कर्मचारी काम कर रहे हैं। यहां पर भी सैकड़ों लोगों की शिकायत थी कि कंपनी उनकी जमा रकम वापस नहीं कर रही है। इसकी जांच रिपोर्ट आते ही कंपनी को तत्काल सील करने का आदेश दिया गया था। चिटफंड कंपनी को सील करने के बाद इसका प्रतिवेदन मुख्यमंत्री कार्यालय भेज दिया गया है।

सीबीआई जांच के बावजूद धड़ल्ले से चल रही थी कंपनी
रामगढ़ में वेलफेयर बिल्डिंग एंड स्टेट प्राइवेट लिमिटेड नामक चिटफंड कंपनी धड़ल्ले से ठगी कर रही थी। चिट फंड कंपनी का दुस्साहस ही है कि सीबीआई जांच व मुख्यमंत्री जनसंवाद में मामला आने के बाद भी कंपनी बेखौफ काम कर रही थी। सीबीआई जांच में कंपनी पर कई करोड़ के गबन का आरोप लगाए गये हैं। सीबीआई भी प्रथम दृष्टया में मुख्यमंत्री जनसंवाद में मामला आने के बाद रामगढ़ में कार्यालय बंद करने का आदेश दिया गया था। इसके बावजूद कंपनी अपना कार्यालय खोलकर इत्मिनान से ठगी का कारोबार कर रही थी। कंपनी लोगों को पांच साल में उनकी रकम दोगुना करने और उसके एवज में जमीन देने का झांसा देती है। जब मैच्योरिटी पूरा होता तो कंपनी न तो पैसे देती है ना ही जमीन देती है। मैच्युरिटी पूरा होने पर कंपनी द्वारा लोगों से कहा जाता है कि जमीन अभी बिका नहीं है। अपने पैसे को कंपनी में फिर से जमा कर दीजिये, जिससे उनकी राशि दोगुनी हो जायेगी। कंपनी रियल स्टेट के क्षेत्र में काम करता हुआ बताती है लेकिन रामगढ़ जिले में कंपनी ने अभीतक एक डिसमिल जमीन भी नहीं खरीदी है।

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