वल्र्ड ओजोन-डे पर विशेष: बचाएं अपने सुरक्षा कवच को

दोस्तों, 16 सितंबर को वल्र्ड ओजोन-डे है। ओजोन लेयर के लगातार पतला होते जाने और उसमें हुए होल से दुनिया के सभी देश चिन्तित हैं। हम रोजाना इससे जुड़ी परेशानियों से जूझ रहे हैं। चाहे सूरज का आग उगलना हो या स्किन प्रॉब्लम्स का बढना, पर हम कुछ छोटे-छोटे कदम उठाकर पृथ्वी को इसके प्रभाव से बचा सकते हैं… क्या है ओजोन लेयर ओजोन लेयर हमारे वायुमंडल में मौजूद ऑक्सीजन एटम से बनी एक परत है, जो हानिकारक अल्ट्रा वॉयलेट (यू.वी.) रेडिएशन को पृथ्वी के अंदर आने से रोकती है।…

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जीवन में असंभव कुछ भी नहीं है

जीवन में असंभव कुछ भी नहीं है। विश्वास मनुष्य के सफल जीवन का सूत्र है। सफल लोगों के जीवन के संस्मरण और घटनाएं उनकी दृढ़ संकल्पशक्ति को उजागर करती हैं। पाश्चात्य विद्वान इमर्सन ने उत्साह का संचार करते हुए कहा है कि इतिहास साक्षी है कि मनुष्य के संकल्प के सम्मुख देव, दानव सभी पराजित होते हंै। आप जितना सोचते हैं, उससे अधिक पा सकते हैं, लेकिन उसके लिए धैर्य, संकल्प और आत्मविश्वास जरूरी है। रिचर्ड सील का कथन प्रासंगिक है कि आत्मशक्ति इतनी दृढ़ और गतिशील है कि इससे…

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आत्मविश्वास की ताकत

शिखा और निशा दो बहनें थीं। शिखा आत्मविश्वासी थी, तो निशा में आत्मविश्वास की बेहद कमी थी। एक दिन मां ने दोनों को बाजार से कुछ सामान लाने के लिए भेजा। तभी शिखा का पैर साइकिल में फंस गया। यह देख निशा डर गई। वह सोचने लगी कि शिखा की वह किस तरह मदद कर सकती है। अभी वह यह सोच-विचार कर ही रही थी कि शिखा ने हिम्मत दिखाते हुए किसी तरह साइकिल रोक कर अपना पैर निकाला। उसके पैर में चोट लग गई थी और खून भी निकलने…

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नानी-दादी की कहानियां एक क्लिक पर

तुम्हें कहानियां सुनना कितना पसंद है। दादी-नानी को तुम हमेशा इसलिए याद रखते हो, क्योंकि वे तुम्हें अच्छी-अच्छी परियों और राजा-महाराजाओं की कहानियां सुनाती हैं। लेकिन तुम्हें यह मौका तभी मिल पाता है, जब तुम्हारे स्कूल में छुट्टियां होती हैं और तुम अपनी दादी या नानी के घर जाते हो। आज तुम्हें एक ऐसा उपाय बता रहे हैं, जहां पर तुम्हें नानी-दादी की ढेर सारी कहानियां पढ़ने को मिल जाएंगी। हिन्दी स्टोरी नाम के इस एप्लिकेशन में हिन्दी की ढेर मनोरजंक कहानियां हैं। खास तुमको ध्यान में रखकर इस मोबाइल…

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रटने नहीं समझने पर दें जोर…

प्रतियोगी परीक्षाओं के साथ-साथ नौकरी में भी समझ-बूझ की जरूरत लगातार बढ़ती जा रही है। कॉम्पिटिटिव एग्जामिनेशंस में जहां एनालिटिकल प्रश्नों की संख्या बढ़ रही है, वहीं कॉरपोरेट दुनिया में कद्र उसी की बढ़ रही है जो उत्साह के साथ पहल करने और चुनौतियों का सामना करने को तत्पर रहता है। ऐसे में जरूरी है कि किसी भी विषय को रटने की बजाय समझने पर ध्यान देकर अपने व्यावहारिक नजरिए को विकसित करें, ताकि किसी भी परिस्थिति में पूरे आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ सकें। क्यों जरूरी है इस तरह…

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बाल कहानी: राजा भोज और चतुर बुढ़िया

-गोवर्धन यादव- रात गहरा गई थी और राजा भोज तथा कवि माघ जंगल में भटक रहे थे। उन्हें जंगल से बाहर निकलने का मार्ग सूझ नहीं रहा था। काफी यहां-वहां भटकने के बाद, उन्हें एक स्थान पर दीपक का प्रकाश दिखाई दिया। दोनों रोशनी को देखते हुए आगे बढे। पास पहुंचकर देखा कि वहां एक झोपडी है। उसमें एक बुढ़िया बैठी हुई है। राजा भोज और माघ कवि ने उसे प्रणाम किया और राजा ने पूछा कि यह रास्ता कहां जाता है। बुढ़िया ने कहा- यह रास्ता कहीं नहीं जाता।…

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नकचढ़ी राजकुमारी (बाल कहानी)

-कैथलीन मुलडून- (अनुवाद-अरविन्द गुप्ता) मेरी बड़ी बहन 10 साल की है। उसका नाम है-पेनीलोप मेरी पाईपर। पर सब लोग उसे पेनी नाम से बुलाते हैं, मुझे छोड़कर बाकी सब लोग। मैं पैटी जेन पाईपर उसे नकचढ़ी राजकुमारी कहकर बुलाती हूं। इसके बारे में किसी और को नहीं पता है। मेरी राय में यह नाम उसके लिए एकदम फिट है। वह दिन भर अपने पहियों वाले सिंहासन पर बैठकर बाकी सब लोगों पर हुक्म चलाती है। जब हम सामान खरीदने बाजार जाते हैं तो नकचढ़ी राजकुमारी अपने सिंहासन पर विराजमान रहती…

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बाल कहानी: एक परी आसमान से उतरी

-सोनाली यादव- एक नन्हीं सी परी थी। उसकी इच्छा थी कि वह पृथ्वी की सैर करे और वहां बच्चों के साथ खेले। उसने अपने मन की बात अपनी परी मां को बतलायी। मां ने उसे स्वीकृति देते हुए कहा कि वह धरती पर जाने के पूर्व अपने साथ बच्चों के लिए खिलौने लेते जाए। अपनी मां के कहे अनुसार उसने ढेरों सारे खिलौने अपनी झोली में भरे और नन्हें-नन्हें परों को फरफराते हुए धरती की ओर उड़ चली। इस समय बागीचे में गोलू-भोलू-चिंटू, नीना, मीना, बिट्टू, सीनू, तन्नू, पूर्वी आदि…

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इज्जत (बाल कहानी)

-दीपक मशाल- उससे सहन नहीं हुआ… जब तक उसके साथ ये सब होता रहा तब तक वो खामोशी से सब सहती रही… परिवार और छोटे भाई बहिनों की खातिर एक लाश बना लिया उसने अपने आपको। लेकिन जब वही सब उसकी छोटी बहिन के साथ करने की कोशिश होने लगी तो उसने घर से भाग कर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करा दी… आखिर कैसे उसकी भी अस्मत लुट जाने देती उस राक्षस के हाथों। अनजाने ही कई लोगों को कम से कम कुछ दिनों के लिए रोजी-रोटी दे दी…

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