-रमेश ठाकुर- तालिबान आतंकियों की दस्तक एक बार फिर अफगानिस्तान में सुनाई देने लगी है। करीब दो दशक से अफगान की अवाम खुली फिजा में स्वतंत्र होकर सांस ले रहा थी। बदलाव की बयार बहने लगी थी। लड़कियां बिना किसी पाबंदी के स्कूल जाने लगी थीं, महिलाएं प्रतिनिधि बनकर संसद में पहुंचने लगी थीं। लेकिन उनकी आजादी पर एक फिर से ग्रहण लगता दिखाई पड़ने लगा है। करीब उन्नीस साल पहले सत्ता से बेदखल हुई तालिबान हुकूमत की एक बार फिर वापसी के संकेत दिखाई पड़ने लगे हैं। एक वक्त…
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प्रियंका मिशन के बाद कांग्रेस की न्यूनतम आमदनी योजना
-अनवार अहमद नूर- देश एक बार फिर संसदीय आम चुनाव 2019 के द्वार आ खड़ा हुआ है और दो बड़ी राजनीतिक पार्टियां यानि कांग्रेस और भाजपा के अलावा कई दबंग क्षेत्रीय दल अपने आप को इस मैदान में हीरो साबित करने के लिए डटे हैं। इधर कांग्रेस पार्टी ने तीन विधानसभा चुनाव जीते उसके बाद अब प्रियंका गांधी को चुनावी रणक्षेत्र में उतार कर प्रियंका मिशन की घोषणा कर दी तो मोदी सरकार ने अपना अंतरिम बजट पेश करके कई लुभावनी घोषणाओं को देश के लोगों को ठीक चुनाव के…
Read Moreमहिला क्रिकेट में नए कीर्तिमान गढ़तीं मिताली राज
योगेश कुमार गोयल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) द्वारा जारी महिला वनडे बल्लेबाजी रैंकिंग में भारतीय कप्तान मिताली दोराई राज एक स्थान के नुकसान के साथ पांचवें स्थान पर पहुंच गई हैं। इस रैंकिंग में उनसे ऊपर न्यूजीलैंड की एमी सैटरवेट, ऑस्ट्रेलिया की मेग लैनिंग्स तथा एलिस पैरी और भारत की स्मृति मंधाना हैं। इसके बावजूद मिताली महिला क्रिकेट में नित नए कीर्तिमान रच रही हैं। 25 जून 1999 को इंग्लैंड के खिलाफ वनडे क्रिकेट में पदार्पण करने वाली मिताली ऐसा ही एक और कीर्तिमान स्थापित करते हुए गत एक फरवरी…
Read Moreप्रसंगवश: क्यों भारत से खार खाता है इमरान का वजीर?
आर.के.सिन्हा… वैसे तो चेहरे-मोहरे से पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी सुसंस्कृत जैसे ही लगते हैं। वे एक विदेश मंत्री हैं, इसलिए उनसे अपेक्षा की जाती है कि वे तोल-मोल करके बोलेंगे भी। पर वे हैं कि सड़क छाप अंदाज में आचरण करने से बाज ही नहीं आते। वे लगातार भारत विरोधी बयानबाजी करते रहते हैं। लगता तो यह है कि उन्होंने अपने देश के विदेश मंत्रालय को भारत के खिलाफ जहर उगलने का केन्द्र बना दिया है। पाकिस्तान में नवाज शरीफ के प्रधानमंत्रित्व काल में जो काम वहां…
Read Moreनैतिक नहीं,कानूनी विजय कहें जनाब!
सियाराम पांडेय शांत देश में नैतिक और अनैतिक का विचार हो रहा है। सत्य और असत्य का विचार हो रहा है। संविधान और लोकतंत्र के संरक्षण की बात हो रही है। दीनों-दलितों के हितों की बात हो रही है। वंचितों, शोषितों के अधिकारों को लेकर आवाजें बुलंद होने लगी हैं। महिलाओं के मुद्दों पर, उनके हक और हकूक पर बात हो रही है। यह बहुत अच्छी बात है। लग रहा है कि भारत में जागरूकता आ रही है। लोग जागरूक हो रहे हैं लेकिन यह सिक्के का केवल एक पहलू…
Read Moreममता बनर्जी ने मोदी को नहीं देश के संघीय ढाँचे को सीधी चुनौती दी है
-योगेन्द्र योगी- पश्चिम बंगाल ही देश का एकमात्र ऐसा राज्य बन गया है, जहां सिंडिकेट रंगदारी सरेआम वसूलता है। देश के दूसरे राज्यों में दबे−छिपे तरीके से भले ही अवैध उगाही होती हो किन्तु बंगाल में यह सब कुछ सरेआम सरकारी संरक्षण में होता है। पश्चिम बंगाल सरकार का केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को लेकर बरता गया रवैया सीधे कानून को चुनौती देने वाला है। यह न सिर्फ देश के लोकतांत्रिक ताने−बाने के लिए नुकसानदेय है, बल्कि संघीय ढांचे के लिए भी खतरनाक है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जिस तरह…
Read Moreआसान नहीं विपक्षी एकता की राह
-योगेश कुमार गोयल- एक तरफ चुनाव आयोग की ओर मार्च के शुरू में 17वीं लोकसभा के लिए चुनाव की तारीखें घोषित किए जाने के संकेत मिल चुके हैं, दूसरी ओर आम चुनाव में भाजपा को परास्त करने के लिए लंबे अरसे से चल रही विपक्षी एकता की मुहिम को ताकत प्रदान करने के प्रयास अंतिम चरण में हैं। इसी उद्देश्य से गत 19 जनवरी को कोलकाता के ब्रिगेड मैदान में अलग-अलग विचारधारा वाले 23 विपक्षी दलों ने एकजुटता दिखाने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में…
Read Moreरेल पटरियों पर बढ़ता बोझ
-योगेश कुमार गोयल- जोगबनी (बिहार) से आनंद विहार (दिल्ली) जा रही सीमांचल एक्सप्रेस की दुर्घटना प्रमुख कारण पटरी टूटी होना बताया गया है। हादसा कितना भयावह था, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि डिब्बों के पटरी से उतरते ही एक के बाद एक वे एक-दूसरे के ऊपर चढ़ते चले गए। सीमांचल एक्सप्रेस की दुर्घटना से करीब डेढ़ दिन पहले एक फरवरी को जयपुर के सांगानेर रेलवे स्टेशन पर भी दोपहर के समय जबलपुर से अजमेर जा रही दयोदय एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतर गए थे। ट्रेन…
Read Moreक्यों दूर हो रहे हैं सरकारी स्कूलों से बच्चे?
-शम्स तमन्ना- 2019-20 के अंतरिम बजट में शिक्षा के क्षेत्र में करीब 94 हजार करोड़ रूपए आवंटित किया गया है। जो पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 10 फीसदी अधिक है। अंतरिम बजट में उच्च शिक्षा के लिए 37,461.01 करोड़ रूपए की तुलना में स्कूली शिक्षा के लिए 56,386.63 करोड़ रूपए आवंटित किये गए हैं। जबकि पिछले वित्तीय वर्ष में 50 हजार करोड़ रूपए आवंटित किये गए थे। केवल राष्ट्रीय शिक्षा मिशन में ही 38,573 करोड़ रूपए के बजट का प्रावधान किया गया है। इन राशियों में जहां क्लास रूम…
Read Moreओरछा में पर्यटन बढ़ाने सरकार की भूमिका जरुरी
-विवेक कुमार पाठक- ओरछा में रामराजा सरकार को भले ही राज्य शासन राजा की तरह प्रोटोकॉल देता हो मगर उनके दरबार तक पहुंचाने इस क्षेत्र में जनसुविधाओं का अभाव रहा है। यहां बुंदेलखंड की सनातन समस्या अधोसरंचना की कमी के रुप में लंबे समय से है। ऐसे में धार्मिक एवं धर्मस्व विभाग ने ओरछा को संवारने कदम बढ़ाया है उससे रामराजा सरकार के उपासकों को आस जगी है। ओरछा में मध्यप्रदेश सरकार श्रद्धालुओं के लिए बड़ा यात्री सदन बनाने जा रही है। गरीब एवं साधनहीन श्रद्धालुओं के हित में यह…
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