सुलझे विचारों की प्रगतिशील नेता थीं शीला दीक्षित

योगेश कुमार गोयल देश की राजधानी दिल्ली को आधुनिक दिल्ली का रूप देने वाली कांग्रेस की दिग्गज नेता शीला दीक्षित 81 वर्ष की उम्र में दुनिया को अलविदा कह चिरनिद्रा में लीन हो गईं। आधुनिक दिल्ली की वास्तुकार के रूप में विख्यात शीला ने वर्ष 1984 में जब उत्तर प्रदेश के कन्नौज से राजनीति में पहला कदम रखा था, तब शायद उन्होंने स्वयं भी नहीं सोचा होगा कि आने वाले वर्षों में वो दिल्ली के लोगों के दिलों पर राज करेंगी और लगातार 15 वर्षों तक दिल्ली की मुख्यमंत्री बने…

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काले धन के जड़-मूल, मैकाले-पद्धति के स्कूल

मनोज ज्वाला काले धन का निर्माण वस्तुतः व्यक्ति के काले-कलुषित मन के कारण होता है। इसका सम्बन्ध आर्थिक, वाणिज्यिक, सामाजिक, शासनिक दुर्व्यवस्था से कम; मानसिक, मनोवैज्ञानिक अवस्था से ज्यादा है। व्यक्ति को पुरुषार्थपूर्वक धनार्जन करने वाला उद्यमी बनाने में अथवा अनीतिपूर्वक धन कमाने व धन संचय करने की मनोवृति से युक्त स्वार्थी-प्रपंची बनाने में उसकी शिक्षा की भूमिका ही सर्वाधिक होती है। शिक्षा की मैकाले पद्धति के स्कूलों-कॉलेजों में पढ़ने वाले बच्चे आगे चलकर समाज के ऐसे व्यक्ति बनते हैं, जो किसी भी तरीके से बेशुमार धन-संचय करना ही अपने…

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उत्तर प्रदेश में ज़मीन के सवाल को हल करे योगी सरकार

-एस.आर.दारापुरी- हाल में सोनभद्र जिले के उभी गाँव में ज़मीन के कब्जे को लेकर हुए नरसंहार से, जिसमे 10 लोग मर चुके हैं तथा तिन दर्जन के करीब घायल हैं, भूमि का सवाल फिर चर्चा के केंद्र में आ गया है। इससे एक बात स्पष्ट तौर पर उभर कर आई है कि इस क्षेत्र में किस तरह अधिकारियों, राजनेताओं और दबंग लोगों ने आदिवासियों, ग्राम समाज तथा जंगल की ज़मीन को हथिया रखा है। इस प्रकार की स्थिति पूर्वांचल के सोनभद्र, मिर्ज़ापुर और चंदौली जिले की चकिया और नौगढ़ तहसील…

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व्यंग : पकौड़े ने बदला अपन का मिजाज

-प्रभुनाथ शुक्ल- साहित्य साधना के लिए कम्प्युटर बाबा को प्रणाम कर योग मुद्रा में तल्लीन था। दिमाग में अनेका नेक विषय आ रहे थे, लेकिन किसी पर स्थायित्व नहीं मिल रहा था। इस दौरान धर्मपत्नी कई बार डोर को नाक कर चुकी थी, परंतु साहित्य साधना में लीन होने की वजह से मैं शून्य में खो गया था। जिसकी वजह से ब्रह्म सत्य जगत मित्थ्या की स्थिति बन गई थी। तभी धर्मपत्नी श्रीमती रचना बेलनवाली का रौंद्ररुप हमारी साधना को मानूसनी दस्तक के साथ भंग कर दिया। एक बार तो…

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कुलभूषण मामला : फिर औंधे मुंह गिरा पाकिस्तान

-सुरेश हिंदुस्थानी- अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के एक स्वागत योग्य निर्णय में पाकिस्तान को एक बार फिर मुंह की खानी पड़ी है। भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान सरकार ने जासूस बताने का भरपूर प्रयास किया। लेकिन अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के 16 जजों की पीठ ने 15-1 के बहुमत से पाकिस्तान द्वारा कुलभूषण को दी गई फांसी की सजा पर रोक लगाकर पड़ोसी देश को तगड़ा झटका दिया है। अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के इस कदम को भारत सरकार की बड़ी कूटनीतिक जीत के रुप में देखा जा रहा है। भारत सरकार की सक्रियता के…

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पाठ्यपुस्तकों में आरएसएसः राष्ट्र और राष्ट्र निर्माण की विरोधाभासी अवधारणाएं

-राम पुनियानी- राष्ट्रवाद एक बार फिर राष्ट्रीय विमर्श के केन्द्र में है। पिछले कुछ वर्षों में हमने देखा कि किस तरह सरकार के आलोचकों को राष्ट्रद्रोही घोषित कर दिया गया। हमने यह भी देखा कि दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय को राष्ट्रविरोधी तत्वों का पोषक बताकर निशाना बनाया गया। इसके साथ ही, हिन्दू राष्ट्रवादी स्वयं को खालिस राष्ट्रवादी बता रहे हैं। बड़ी कुटिलता से उन्होंने उनके राष्ट्रवाद के पहले लगने वाले उपसर्ग ‘हिन्दू‘ को गायब कर दिया है। यह उपसर्ग यह बताता है कि भारत के राष्ट्र बनने की प्रक्रिया…

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भारत की एकता को खोखला कर रहा राष्ट्रवाद का दीमक

-संतोष कुमार “प्यासा”- 2014 में बीजेपी की सरकार बनने के बाद “राष्ट्रवाद” की ऐसी सुनामी उठी की पूरा देश हिलोरे खाने लगा. “राष्ट्रवाद” (देश भक्ति) की धारा में तमाम तथाकथित राष्ट्रवादी अपनी अपनी स्वार्थ की नैया लेकर चल निकले. चाहे डिजिटल नुक्कड़ (फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सप्प इत्यादि) हो या गाँव, गली या शहर के नुक्कड़ हर जगह अचानक से राष्ट्रवाद की चर्चाएं होने लगी. लेकिन हकीकत ये रही की इस खोखले राष्ट्रवादी विचार ने देश में असमंजस की स्थिति पैदा कर दी. मुसलमानों को डर लगने लगा वही चोटी-तिलकधारियों को “हिंदुत्व”…

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पर्यावरण : सांसें हो रही कम, आओ पेड़ लगाएं हम

-योगेश कुमार गोयल- दिल्ली सहित देश के कई बड़े शहर प्रदूषण के चलते बुरी तरह हांफ रहे है और पिछले कुछ समय से देश में पर्यावरण का मिजाज लगातार बिगड़ रहा है, जिसका खामियाजा देश ने वर्षभर किसी न किसी बड़ी आपदा के रूप में भुगता भी है। पर्यावरण संबंधी कई अंतर्राष्ट्रीय रिपोर्टों में स्पष्ट हो चुका है कि भारत के कई शहर दुनिया के सर्वाधिक प्रदूषित शहरों में शामिल है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के विश्वव्यापी वायु प्रदूषण डाटाबेस के अनुसार विश्व के सर्वाधिक प्रदूषित 15 शहरों में से 14…

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कुलभूषण पर फैसला, भारत की बड़ी जीत

-रमेश ठाकुर– भारत के विशेष प्रयासों के चलते इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस यानी आईसीजे ने पाकिस्तान के चुंगल में कैद हमारे पूर्व नौसेना अधिकारी कुलभूषण जाधव की फांसी पर रोक लगा दी है। फैसले के बाद सवा सौ करोड़ भारतीयों ने अपनी खुशी का इजहार करते हुए केंद्र सरकार के प्रयासों की जमकर सराहना की। इसे भारत की बड़ी न्यायिक और कूटनीतिक जीत बताया जा रहा है। आईसीजे के फैसले के बाद पाकिस्तान एक बार फिर कुलभूषण जाधव मामले में औंधे मुंह गिरकर दुनिया के सामने अपनी गलत हरकतों के…

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स्वर्णिम भविष्य का स्वप्न दिखाती नई शिक्षा नीति

-डॉ. नीलम महेन्द्र- बच्चे देश का भविष्य ही नहीं, नींव भी होते हैं और नींव जितनी मजबूत होगी, इमारत उतनी ही बुलंद होगी। इसी सोच के आधार पर नई शिक्षा नीति की रूप रेखा तैयार की गई है। अपनी इस नई शिक्षा नीति को लेकर मोदी सरकार एक बार फिर चर्चा में है। चूंकि भारत एक लोकतांत्रिक देश है और लोकतंत्र में सबको अपनी बात रखने का अधिकार है। इसलिए इसके विरोध में स्वर उठना भी स्वाभाविक था, स्वर उठे भी। लेकिन मोदी सरकार इस शिक्षा नीति को लागू करने…

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