बर्दवान स्टेशन का नाम बटुकेश्वर दत्त के नाम पर होने से बंगाल में खुशी की लहर

कोलकाता। अमर क्रांतिकारी बटुकेश्वर दत्त के नाम पर बर्दवान रेलवे स्टेशन का नाम रखे जाने की घोषणा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय की ओर से किए जाने के बाद पश्चिम बंगाल में खुशी की लहर है। लोग इसे लेकर सोशल साइट पर खुशी जाहिर कर रहे हैं। 

शनिवार को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान के साथ पटना स्थित बटुकेश्वर दत्त के आवास पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए गए थे तब उन्होंने  उक्त घोषणा की थी। शनिवार को बटुकेश्वर दत्त की जयंती थी। पटना में बटुकेश्वर दत्त इकलौती बेटी भारती बागची रहती है जिनसे नित्यानंद राय ने मुलाकात की। उसी दौरान उन्होंने घोषणा की कि पश्चिम बंगाल के बर्दवान रेलवे स्टेशन का नाम बटुकेश्वर दत्त के नाम पर रखा जाएगा। 
 इस फैसले से राज्य के लोगों में खुशी है। अशोक सरकार नाम के एक व्यक्ति ने फेसबुक पर लिखा है कि आखिरकार राज्य वासियों की बहुप्रतीक्षित मांग पूरी होने जा रही है। बंगाल जहां से सबसे अधिक क्रांतिकारियों ने देश की आजादी की लड़ाई में शहादत दी, धीरे-धीरे यहां की क्रांतिकारी भूमि को भी ऐतिहासिक पहचान मिलने लगी है। शिप्रा घोष नाम की एक महिला ने लिखा कि जिस बर्दवान की भूमि पर बटुकेश्वर दत्त पैदा हुए लेेेकिन वहां कि नई पीढ़ी दत्त के बारे में बहुत कम जानती हैं। अगर रेलवे स्टेशन का नाम उनके नाम पर रखा जाएगा तो निश्चित तौर पर इससे क्षेत्र में बटुकेश्वर दत्त के प्रति जागरूकता बढ़ेगी।

 क्रांतिकारी बटुकेश्वर दत्त का जन्म 1910 में बर्दवान जिले में हुआ था। इस वजह से बर्दवान रेलवे स्टेशन का नाम उनके नाम पर रखने की बहुप्रतीक्षित मांग रही है। लंबे समय से लोग केंद्र सरकार से रेलवे स्टेशन का नाम बदलने की मांग करते रहे हैं। भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु जैसे अमर क्रांतिकारियों के साथ बटुकेश्वर दत्त जेल में रह चुके थे। उन्होंने 76 दिनों तक लंबा अनशन किया था। आजादी के बाद बिहार सरकार ने उन्हें विधान परिषद का सदस्य बनाया था। 55 वर्ष की आयु में 1965 में उनका निधन हो गया।

This post has already been read 6197 times!

Sharing this

Related posts