नकली शराब फैक्ट्री का खुलासा

  • दो साल पहले कुजू से अवैध शराब का कारोबार करता था बासु

रामगढ़। नकली शराब फैक्ट्री के खुलासे के साथ उसके सरगना बासु का आपराधिक इतिहास सामने आया है। अवैध शराब के कारोबार में यह काफी पुराना नाम है। बसु की तलाश कुजू और भुरकुंडा पुलिस पहले ही से कर रही है। कुजू थाना प्रभारी भरत पासवान के अनुसार बासु के खिलाफ उनके थाने में तीन मामले दर्ज हैं। कुजू पुलिस के अनुसार 2 साल पहले 2017 में बासु नकली शराब का कारोबार कुजू ओपी क्षेत्र के औद्योगिक क्षेत्र स्थित शारदा सीमेंट फैक्ट्री में करता था। सीमेंट फैक्ट्री बंद होने के बाद उस प्लांट में उसने नकली शराब का कारोबार शुरू कर दिया था। यहीं से नकली शराब की बोतलों की पैकिंग करता था। उसे छोटे और बड़े वाहनों में पैक कर बिहार राज्य में सप्लाई करता था। इसके अलावा हरियाणा और पंजाब की बनी शराब को रामगढ़ जिले में खपाता था। उसके साथ उसके सहयोगी रामाशंकर सिंह, इम्तियाज अंसारी, मनोज सिंह, रघु कुशवाहा भी शामिल थे। तत्कालीन एसपी किशोर कौशल ने छापेमारी कर अवैध शराब प्लांट का भंडाफोड़ किया था। उस मामले में उसके खिलाफ वारंट भी निर्गत है। 2 साल से बासु इस केस में फरार चल रहा था। इसके अतिरिक्त भुरकुंडा थाना क्षेत्र में 20 दिन पहले पुलिस ने छापेमारी कर डाबर कंपनी के पुदीन हरा उत्पाद की नकली पैकिंग पकड़ी थी। इस मामले में भी बासु का नाम सामने आया था। पुलिस के अनुसार रामगढ़ से बासु ही पुदीन हरा का नकली स्टिकर और बोतल लेकर आया था। उसने भुरकुंडा में एक व्यक्ति को प्रति बोतल पांच रुपये का ऑफर सिर्फ स्टीकर चिपकाने के लिए दिया था। पुलिस को बोतल और नकली स्टीकर भी बरामद हुआ था। अब पुलिस इस पूरे मामले में बासु की कड़ी जोड़ रही है। पुलिस के अनुसार रामगढ़ जिले में एकमात्र शख्स बासु ही है जो नकली स्टीकर, लेबल और उत्पाद बनाकर उसे बाजार में खपाता है।

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