कोटा। फेसबुक वाट्सअप एवं इन्वेस्ट इंडिया द्वारा आयोजित ‘स्टार्टअप इंडिया-वाट्सअप चैलेंज’ के ग्रेंड फिनाले में देश के टॉप-5 स्टार्टअप को चुना गया। इनमें राजस्थान से हेल्थकेअर के एकमात्र स्टार्टअप मेडकॉर्ड्स, वर्चुअल रिएलिटी कंटेट के लिये मेलजो, वाट्सअप आधारित आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस प्लेटफार्म जेेविस, एग्री-टेक स्टार्टअप ग्रामोफोन, बिजनेस की विद्युत खपत घटाने के लिये मिनियोन लैब शामिल है।
नेहरू मेमोरियल आडिटोरियम, नई दिल्ली में मुख्य अतिथि भारत सरकार के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार के.विजय राघवन ने देश के शीर्ष पांच स्टार्टअप के युवा सीईओ को 1.74 करोड़ रूपये की वित्तीय सहायता के चेक प्रदान किये। प्रत्येक स्टार्टअप को 35 लाख रू. (50 हजार डालर) की राशि से सम्मानित किया गया।
वाट्सअप इंडिया के सीईओ अभिजीत बोस ने कहा कि हम भारतीय स्टार्टअप को बढावा देने के लिये वित्तीय मदद कर रहे हैं। नई तकनीक से सही लोगों को समय पर सही सेवाएं देने में हम सहभागी रहेंगे। देश की शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी समस्याओ को नवाचार के जरिये हल करने वाले युवाओं को प्रोत्साहित किया जा रहा है। उद्योग व घरेलू व्यापार संवर्द्धन विभाग के सचिव रमेश अभिषेक ने कहा कि कुछ वर्षों में भारतीय स्टार्टअप का इको सिस्टम तेजी से आगे बढ़ रहा है। अक्टूबर, 2018 से इन्वेस्ट इंडिया व वाट्सअप ने संयुक्त रूप से देश के टियर-2 व टियर-3 शहरों में 1500 से अधिक भारतीय आंत्रप्रिन्योर को प्रशिक्षण दिया है। केंद्र सरकार के स्टार्टअप इंडिया प्रोग्राम के तहत फ्लेगशिप प्रोग्राम में देश के 513 जिलों में 19000 स्टार्टअप चल रहे हैं।
8 लाख रोगियों की हेल्थ कुंडली —
मेडकॉडर्स हेल्थकेयर के सीईओ श्रेयांस मेहता, निखिल बाहेती एवं साइदा धनावत ने बताया कि राजस्थान में अब तक 8 लाख मरीजों को डिजिटल हेल्थ कुंडली की सुविधा देने से रोगियों की यात्रा व इलाज खर्च में भारी बचत हुई है। इस योजना से कोटा जिले के 3 लाख व झालावाड़ जिले के 60 हजार रोगी लाभान्वित हो चुके हैं।
25 राज्यों से ऐसे चुने 5 स्टार्टअप–
‘स्टार्टअप इंडिया-वाट्सअप चैलेंज’ प्रतियोगिता में 25 राज्यों से 1700 आंत्रप्रिन्योर ने प्रविष्टियां दी थी। उसे पैनल ज्यूरी में वाट्सअप इंडिया के सीईओ अभिषेक बोस, सिकोया केपिटल के सीईओ शैलेष लखानी, लाइट स्पीड के हेड हर्षा कुमार, कालारी केपिटल के हेड वानी कोला व मेक माय ट्रिप के सीईओ दीप कालरा ने पहले चरण में 10 शीर्ष स्टार्टअप को सूचीबद्ध किया था। उसके बाद प्रत्येक स्टार्टअप में रियल प्रॉब्लम सॉल्व करने की क्षमता को परखा गया। ग्रेंड फिनाले में प्रत्येक स्टार्टअप को 6 मिनट पेपर प्रजेंटेशन तथा 4 मिनट सवाल-जवाब के जरिये शीर्ष पांच में चुना गया। प्रतियोगिता में शामिल स्टार्टअप को 6 पाइंट्स पर परखा गया। इसमें इनोवेशन, टीम भावना, बिजनेस मॉडल, कितनी जल्दी ज्यादा लोगों तक पहुंचने की क्षमता, प्रॉडक्ट मार्केट फिट, दूसरे स्टार्टअप से कैसे अलग है जैसे मापदंडों पर आंकलन किया। पैनल ने भारतीय अर्थव्यवस्था के सामाजिक-आर्थिक पहलू को मजबूत करने के लिये अलग-अलग क्षेत्रों के शीर्ष-5 स्टार्टअप को चयनित किया।
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