विशाखापट्टनम। विशाखापट्टनम में एजेंसी प्रान्त और आंध्र – ओडिशा बॉर्डर पर नक्सलियों से मुठभेड़ के बाद अभी भी तनाव बना हुआ है। सुरक्षा बल के जवान क्षेत्र में सघन तलाशी अभियान चला रहे हैं।बुधवार को मिली जानकारी के अनुसार पुलिस मुठभेड़ में घायल माओवादी अभी भी गिरिजन और आदिवासी के गावो में छुपे हो सकते हैं। सुरक्षा बलों ने पूरे जंगल को घेर रखा है। पूर्व गोदावरी ज़िले के पुलिस और ओडिशा की पुलिस, विशेष दल के सहयोग से पूरेे जंगलों की तलाशी अभियान में जुटी है। विशेष पुलिस दल कोंडाजार्था, नेल जरता, अन्नवरम, गड़बगड़ा, काकानुरू और गुम्मिरेबुला गांव में हर घर की तलाशी ले रही है। गिरिजन और आदिवासी पुलिस की इस तलाशी अभियान से भयभीत हैं।

इससे पूर्व रविवार और सोमवार को हुई मुठभेड़ में पुलिस ने पांच माओवादियों को ढेर कर दिया था। पुलिस का अनुमान है कि कम से कम 12 माओवादी फरार हो गए हैं और इसमें कुछ घायल भी हुए हैं। पुलिस का अनुमान है कि कुछ माओवादी गंभीर हालात में घायल हैं। पुलिस के सूत्र ने बताया कि तेज बारिश और मुठभेड़ हुई प्रदेश में ऊंची पहाड़ियां होने के कारण सावधानी बरतनी पड़ रही है। शवों को नर्सीपटनम सरकारी अस्पताल पहुंचाने में कम से कम 36 घंटे लग गये।

जिला के एसपी सतीश कुमार ने बताया है कि कम से कम आठ माओवादी गंभीर रूप से घायल हुए हैं और उन्हें सरकार के ओर से निवेदन किया गया है कि वे आत्मसमर्पण कर दे तो उनका इलाज करवाने का उत्तरदायित्व राज्य सरकार लेगा। आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों का पुनर्वास का भी प्रयास किया जाएगा। खुफिया एजेंसी के इनपुट के आधार पर पुलिस की आठ कंपनी ग्रेहॉन्डस औरन और चार विशेष सीआरपीएफ दल इस जंगलों के तलाशी अभियान में लगे हैं।
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