मां छिन्नमस्तिका के दरबार में अमावस्या पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

– साल के आखिरी सूर्य ग्रहण पर भैरवी नदी में लोगों ने लगाई डुबकी

रामगढ़। विश्व प्रसिद्ध सिद्धपीठ मां छिन्नमस्तिका के दरबार में अमावस्या के मौके पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। रजरप्पा में सुबह 4:00 बजे से ही आरती के बाद श्रद्धालुओं ने दर्शन के लिए कतार लगा दिया। गुरुवार को अमावस्या के मौके पर दर्शन करना काफी शुभ माना जाता है। मां छिन्नमस्तिका के दरबार के पंडा शुभाशीष पंडा ने कहा कि आज सूर्य ग्रहण भी है और अमावस्या भी है। इसलिए यहां भैरवी नदी में स्नान करने वालों की भीड़ लगी है। उन्होंने बताया कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं ने सुबह 4:00 बजे ही स्नान करने के बाद मां छिन्नमस्तिका का दर्शन किया। हालांकि ग्रहण के दौरान सुबह 8:17 बजे से लेकर 11:08 बजे तक मंदिर का पट बंद रहेगा। इस दौरान कतार में लगे श्रद्धालुओं को मां छिन्नमस्तिका के दर्शन के लिए इंतजार करना पड़ेगा। अमावस्या की रात पूजा करने के लिए झारखंड, पश्चिम बंगाल, बिहार, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश से साधक व श्रद्धालु रजरप्पा मंदिर पहुंचे हैं। असीम पंडा ने बताया कि अमावस्या के दिन साधकों के लिए विशेष पूजन का आयोजन किया जाता है। मंदिर में पूजा के बाद साधक मंदिर परिसर के आसपास बने साधक स्थलों पर अपनी साधना करते हैं। इसके अलावा जंगलों में भी उनकी साधना चलती रहती है। मां छिन्नमस्तिका का दरबार लोगों की मनोकामना को पूर्ण करने के लिए हमेशा खुला रहता है। यही वजह है कि लोगों की भारी भीड़ यहां उमड़ती है।

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