एकता और सांस्कृतिक गौरव की वैश्विक आवाज है हिंदी : डॉ महुआ मांजी

Ranchi: राजकीय शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय इंस्टीट्यूट ऑफ़ एडवांस्ड स्टडीज इन एजुकेशन झारखंड एवं राजकीय प्लस 2 उच्च विद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में डॉ ओम प्रकाश संयोजन में विश्व हिंदी दिवस मनाया गया। मुख्य अतिथि प्रसिद्ध साहित्यकार राज्यसभा सांसद डॉ महुआ मांजी उपस्थित रहीं। विशिष्ट अतिथि के तौर पर शिक्षाविद एवं साहित्यकार गण डॉ मीनाक्षी शर्मा, डॉ सुरेंद्र कौर नीलम, डॉ ममता मनीष सिन्हा रही। मुख्य वक्ता रांची विश्वविद्यालय हिन्दी विभाग के प्राध्यापक प्रो डॉ हीरानंदन प्रसाद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य प्रो दुलाल चंद्र महतो ने आगत अतिथियों का स्वागत अभिनंदन सॉल एवं कैनवास पेंटिंग देकर किया। मुख्य अतिथि डॉ महुआ ने कहा कि विश्व फोरम के रिकॉड के अनुसार हिंदी विश्व की सबसे शक्तिशाली भाषा हो गई है। उन्होंने यह भी बतलाया कि पूरे विश्व में हिंदी भाषा बोलने वाले लोगों की संख्या विगत कुछ वर्षों में 105 प्रतिशत से अधिक हुई है। अन्य देश के लोग भी हिंदी में लिखना और प्रकाशित करवाने में गर्व महसूस करते हैं। हिंदी सिनेमा के बाजार में भी हिंदी अपना पहचान विश्व पटल पर बना चुकी है। हिंदी आत्मीयता की भाषा और यह केवल शिक्षा की भाषा ही नई अपितु व्यापार की भाषा भी हो चुकी है साथ ही विश्व स्तर पर संपर्क भाषा हो चुकी है। उन्होंने इस अवसर पर जनजातीय भाषा के महत्व एवं विकास के बारे में भी विस्तार से चर्चा किया। मौके पर अखंड भारत साहित्य परिषद के संस्थापक एवं राष्ट्रीय संयोजक डॉ वासुदेव प्रसाद ने उन्हें नव वर्ष पर अभिनंदन पत्र एवं शुभकामना संदेश समर्पित किया।

This post has already been read 891 times!

Sharing this

Related posts