संस्कृत की सर्वव्यापकता एवं रोजगार के अवसर

रांची। श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग के अध्यक्ष डॉ धनंजय वासुदेव द्विवेदी ने कहा कि सं‌स्कृत में ही भारतीय संस्कृति निहित है। हमारे आदर्शों, मान्यताओं एवं मूल्यों का स्रोत वही है और उसी ने हमारी परम्पराओं को जन्म दिया है। सं‌स्कृत ज्ञान-विज्ञान की गंगोत्री है। दर्शन, भूगोल, खगोल, गणित, ज्योतिष, चिकित्सा विज्ञान, भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, जन्तु विज्ञान, यन्त्र विज्ञान, भाषा विज्ञान, व्याकरण, समाज विज्ञान, राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र, विधिविज्ञान, कामशास्त्र, संगीत, साहित्य प्रभृति विविध ज्ञान शाखाओं से सम्बन्धित सामग्रियां सं‌स्कृत वाङ्मय में सहज ही उपलब्ध हैं।
डॉ धनंजय वासुदेव द्विवेदी ने रविवार काे विशेष बातचीत में कहा कि सं‌स्कृत भाषा के अध्ययन से रोजगार के प्रायः वे सभी अवसर संस्कृत के छात्र को उपलब्ध होंगे, जो किसी अन्य विषय के छात्र को। इसके अतिरिक्त सं‌स्कृत की अपनी भाषिक, साहित्यिक, दार्शनिक और वैज्ञानिक विशिष्टताओं के कारण कुछ ऐसे विशिष्ट रोजगार संस्कृत के छात्र को सुलभ होंगें जो अन्य किसी विषय के अध्येता को नहीं होंगे।
सं‌स्कृत के अध्ययन से विभिन्न सरकारी और गैर सरकारी क्षेत्रों में सुलभ होने वाले अव‌सरों को इस प्रकार रखा जा सकता है-
प्र‌शासनिक सेवा-भारतीय प्र‌शासनिक सेवा एवं राज्य प्रशासनिक सेव‌ा के लिए प्रतिवर्ष सैकड़ों रिक्तियों आती हैं। सं‌स्कृत के स्नातक इन परीक्षाओं के लिए सर्वथा योग्य हैं। प्राचीन भारतीय इतिहास तथा भारतीय संस्कृति के लिए मुख्य स्रोत संस्कृत साहित्य है।
सहायक प्रोफेसर- देशभर के अधिकांश केन्द्रीय एवं राज्य विश्वविद्यालयों तथा महाविद्यालयों में ऐच्छिक विषय के रूप में सं‌स्कृत का अध्यापन किया जाता है। इसके लिए समय-समय पर आवश्यकतानुसार रिक्तियां आती हैं।
विद्यालयों में शिक्षक-प्राथमिक विद्यालयों, माध्यमिक विद्यालयों और उच्चतर माध्यमिक कक्षाओं में शिक्षकों के पद पर नियुक्तियाँ होती हैं। छात्र ऐच्छिक विषय के रूप में सं‌स्कृत का अध्ययन करते हैं। सं‌स्कृत शिक्षकों के लिए लगभग उतनी ही रिक्तियां निकलती हैं जितनी अन्य विषयों में।
-अनुसन्धान सहायक- संस्कृत में शोधकार्य को प्रोत्साहित करने के निमित्त अनेक सरकारी और गैर सरकारी संस्थान कार्यरत हैं। ऐसी संस्थाएं अनुसन्धान सहायक के रूप में संस्कत के परास्नातक विद्यार्थियों की नियुक्ति करती हैं।

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