रांची: आज दिनांक 28 अप्रैल 2024 को प्रसिद्ध समाज सेवी एवं प्रदेश अध्यक्ष समाजवादी शिक्षक संघ सैयद शारूख हसन रिजवी के आवास पर मजलिस जिक्र इमाम हुसैन बयाद सैयद हसन अली रिजवी की इसाले सवाब का आयोजन किया गया। सोज खानी सैयद अत्ता इमाम रिजवी ने की। सैयद निहाल हुसैन सरियावी, अमूद अब्बास, कासिम अली, हाशिम अली ने कलाम पेश किया। मजलिस को ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड झारखंड के चेयरमैन हजरत मौलाना अल्हाज सैयद तहजिबुल हसन रिजवी ने मजलिस को संबोधित करते हुए कहा, ”ऐ लोगों, अल्लाह की रस्सी को मजबूती से पकड़ो.” अत्याचारी चाहे कितना भी शक्तिशाली क्यों न हो, वह सफल नहीं हो सकता। जो अत्याचारी का साथ देता है, वह अत्याचारी है। देखो आज कौन ज़ालिम है। फ़िलिस्तीन के उत्पीड़ितों के साथ कौन खड़ा है? ईरान अकेला उसके साथ खड़ा है। आज मुसलमानों को एकता बनाने की जरूरत है। हम मुसलमानों का अल्लाह एक है, कुरान एक है, धर्म एक है, लेकिन हम संप्रदाय और मजहब में बंटे हुए हैं। जिन लोगों की न तो एक किताब है, न ही एक ईश्वर, न ही एक धर्म, वे आज एक हैं। होना तो यह चाहिए कि लोग हमारा नाम नही किरदार चरित्र से जानते। लोग कहते उसका चरित्र बता रहा कि वो मुसलमान है। अमीर गोपालपुरी ने नौहा खानी की। सैयद शारख हसन रिज़वी ने आये हुए सभी लोगों का स्वागत किया। इस मौके पर मौलाना नूरुल्लाह कासमी, हाफिज नासिर, कारी जैनुल आबिदीन, मौलाना कुर्बान, सैयद हसनैन जैदी, जावेद हैदर, नकी रिजवी समेत कई लोग मौजूद थे।
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