राजीव गांधी का सपना था महिला आरक्षण विधेयक : सोनिया गांधी

नई दिल्ली, । कांग्रेस की वरिष्ठ नेता एवं लोकसभा सदस्य सोनिया गांधी ने बुधवार को कहा कि महिला आरक्षण विधेयक राजीव गांधी का सपना था। उन्होंने कहा कि स्थानीय निकायों में स्त्रियों की भागीदारी तय करने वाला संविधान संशोधन विधेयक पहली बार उनके जीवनसाथी राजीव गांधी ही लाए थे। सोनिया गांधी ने लोकसभा में ”नारी शक्ति वंदन विधेयक- 2023” पर चर्चा में कहा कि वह कांग्रेस की ओर से इस विधेयक का समर्थन करती हैं। यह उनकी जिंदगी का बहुत ही मार्मिक क्षण है। आज देशभर के स्थानीय निकायों के जरिए हमारे पास 15 लाख चुनी हुई महिला जनप्रतिनिधि हैं। यह राजीव गांधी की पहल से ही संभव हो पाया था। जब यह कानून पूर्णरूप से लागू हो जाएगा तो राजीव गांधी का सपना भी पूरा हो जाएगा। सोनिया ने कहा कि पिछले 13 वर्षों से भारतीय स्त्रियां अपनी राजनीतिक जिम्मेदारी का इंतजार कर रही हैं। अब उन्हें और इंतजार करने को कहा जा रहा है। क्या भारत की स्त्रियों के साथ यह बर्ताव उचित है? सोनिया ने कहा कि भारत की स्त्री के हृदय में महासागर जैसा धीरज है। उसने खुद के साथ हुई बेईमानी की शिकायत नहीं की और सिर्फ अपने फायदे के बारे में कभी नहीं सोचा। उसने नदियों की तरह सबकी भलाई के लिए काम किया है और मुश्किल वक्त में हिमालय की तरह अडिग रहीं। उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण बिल को लागू करने में और देर करना भारत की महिलाओं के साथ घोर नाइंसाफी है। सोनिया ने कहा कि स्त्री की मेहनत, स्त्री की गरिमा और स्त्री के त्याग की पहचान करके ही हम लोग मनुष्यता की परीक्षा में पास हो सकते हैं। आजादी की लड़ाई और नए भारत के निर्माण में हर मोर्चे पर वह पुरुष के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ती रही हैं। स्त्री के धैर्य का अंदाजा लगाना नामुमकिन है। वह आराम को नहीं पहचानती और थक जाना भी नहीं जानती। स्त्री ने हमें सिर्फ जन्म ही नहीं दिया है बल्कि आंसुओं और खून पसीने से सींचकर हमें सोचने लायक, बुद्धिमान और शक्तिशाली भी बनाया है। सोनिया ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की मांग है कि ये बिल फौरन अमल में लाया जाए और इसके साथ ही जातिगत जनगणना करवाकर एससी, एसटी, और ओबीसी वर्ग की महिलाओं के लिए आरक्षण की व्यवस्था की जाए। इस बिल को लागू करने में और देरी करना भारत की स्त्रियों के साथ घोर नाइंसाफी है। कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने कहा कि वह कांग्रेस की तरफ से मांग करती हैं कि ”नारी शक्ति वंदन अधिनियम- 2023” को उसके रास्ते की सारी रुकावटों को दूर करते हुए जल्द लागू किया जाए।

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