सर्वोदय आश्रम को पर्यटन और शोध केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा

  • ★ तिरिल स्थित सर्वोदय आश्रम को संरक्षित कर पर्यटन और शोध केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा : हेमन्त सोरेन
  • ★ महात्मा गांधी की स्मृति में तिरिल स्थित सर्वोदय आश्रम की गतिविधियों को कुटीर उद्योग से जोड़ा जाएगा

रांचीः मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने गांधी जयंती के अवसर पर महात्मा गांधी से जुड़े रांची के धुर्वा स्थित तिरिल स्थित सर्वोदय आश्रम को संरक्षित और विकसित करने पर बल दिया है। उन्होंने कहा है कि तिरिल आश्रम (सर्वोदय आश्रम) में संचालित छोटानागपुर खादी ग्रामोद्योग संस्थान को महात्मा गांधी के सपने के अनुरूप ढाला जाएगा। इसे कुटीर उद्योग के क्रियाकलापों का हब बनाया जाएगा। वहीं आश्रम को संरक्षित कर यहां पर्यटन और शोध केंद्र के रूप में विकसित करने का भी कार्य होगा। इससे रोजगार के नये अवसर भी बनेंगे।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि देशरत्न डॉ. राजेन्द्र प्रसाद और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की यादें तिरिल स्थित सर्वोदय आश्रम से जुड़ीं हैं। इन दोनों महानुभावों के सद्प्रयास से ही 1928 में छोटानागपुर खादी ग्रामोद्योग की स्थापना इस आश्रम में की गई थी। 24 एकड़ में फैले आश्रम में दोनों महानुभावों के प्रवास की छाप है। स्वाधीनता आंदोलन की यादें हैं। तब यह आश्रम स्वतंत्रता सेनानियों का यह ठिकाना भी हुआ करता था। इस दृष्टिकोण से इस स्थान का ऐतिहासिक महत्व भी है।

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