नवादा :
जिले के रजौली प्रखंड के जंगली क्षेत्र सवैयाटांड़ में स्थित फगुनी अभ्रक खदान में अवैध उत्खनन के दौरान किए गए एक्सप्लोसिव विस्फोट से वहां काम करने वाले एक मजदूर मौत हो गई। जबकि दो मजदूर गंभीर रूप से जख्मी हो गए।
विस्फोट से वहां खड़ी बाइक जल गई। पुलिस ने शनिवार की दोपहर मृतक की लाश खदान से बरामद की। शुक्रवार की देर शाम घटित इस घटना की जानकारी पुलिस को शनिवार को मिली। उग्रवाद प्रभावित इलाका होने के कारण पुलिस काफी तैयारी के बाद घटना स्थल पर पहुंची।
मृतक मजदूर की पहचान 50 वर्षीय जितेन्द्र मांझी के रूप में हुई। वे सवैयाटांड़ पंचायत की टिटहियां गांव के निवासी थे। घायलों को इलाज के लिए माफिया द्वारा झारखंड के तिलैया के एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया। घायल मजदूर में से एक झारखंड के डोमचांच थाना क्षेत्र के चौधरीडीह गांव का रहने वाला है। वहीं दूसरे के बारे में स्थिति साफ नहीं हो सका है।
अवैध खनन अभ्रक माफिया प्रसादी तुरिया द्वारा कराए जाने की बात सामने आ रही है। उसी के बोलेरो से घायलों को झारखंड के तिलैया इलाज के लिए ले जाया गया। बताया गया कि माफिया द्वारा दो कार्टन एक्सप्लोसिव रजौली के दिबौर के रास्ते से फगुनी माइंस पर ले जाया गया था।
एक्सप्लोसिव को अभ्रक खदान में लगाने का काम किया जा रहा था। तभी अचानक विस्फोट हो गया। जिससे मौके पर मौजूद मजदूर जितेन्द्र मांझी की मौत हो गई। सूचना के बाद रजौली के थानाध्यक्ष दरबारी चौधरी एसटीएफ जवानों के साथ माइंस पर पहुंचे। उन्होंने मृतक के शव को जब्त किया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल नवादा भेजा है। मामले की जांच की जा रही है। हालांकि, पुलिस घायलों के बारे में बहुत कुछ बताने की स्थिति में नहीं हैं। थानाध्यक्ष ने कहा कि घटनास्थल से सिर्फ मृतक का शव मिला है। बता देें कि झारखंड की सीमा से सटे रजौली के इलाके में शारदा, फगुनी, भानेखाप, ललकी आदि इलाके में दर्जनाें माफिया सक्रिय हैं, जो अवैध खनन कराते हैं।
स्थानीय मजदूरों के जरिए खनन कराया जाता है। कई बार पुलिस व वन विभाग द्वारा इन खदानों पर छापेमारी की गई। कुछ गिरफ्तारियां हुई, कुछ मशीन जब्त किए गए लेकिन अवैध खनन बंद नहीं हुआ। इस इलाके में अवैध खनन जारी है, तो आए दिन हादसे होते रहते हैं। लोगों की असमय मौत भी होती रहती है।
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