गांधीनगर/अहमदाबाद : गुजरात के सूरत और गांधीनगर जिले के कलोल में कोरोना के ब्रिटेन और अफ्रीकी स्ट्रेन से संक्रमित मरीज मिलने के बाद दहशत का माहौल बन गया है। फिलहाल 5 मामले ब्रिटेन और एक अफ्रीकी स्ट्रेन के मिल चुके हैं।
अफ्रीका में फैले कोरोना के एल-1 और एल-2 किस्म के स्ट्रेन वाले संदिग्ध लक्षणों के साथ एक रोगी यहां गांधीनगर जिले में पाया गया है। मूल रूप से कलोल का रहने वाला यह युवक कुछ दिन पहले दक्षिण अफ्रीका से गांधीनगर आया था और उसे तीन दिन पहले कोरोना के लक्षणों के साथ गांधीनगर सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। गांधीनगर सिविल अस्पताल के अधीक्षक डॉ. नियतिबेन लखानी ने बताया कि यह युवक अफ्रीका से आया था और उसकी आरटी-पीसीआर परीक्षण रिपोर्ट पॉजिटिव प्राप्त हुई है। उसके नमूने कुरियर से पुणे की प्रयोगशाला में भेजे गए थे। युवक की ट्रैवल हिस्ट्री और उसके संपर्क में आने वाले लोगों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
कोरोना के दिशानिर्देशों के अनुसार यदि कोई विदेशी पर्यटक गुजरात आता है, तो उसका आरटी-पीसीआर परीक्षण तुरंत किया जाना चाहिए लेकिन कलोल का युवक 2 मार्च को गांधीनगर आया था और उसके कोरोना संक्रमित होने की टेस्ट रिपोर्ट के सकारात्मक परिणाम के बारे में 10 दिन बाद पता चल पाया। युवक इस दौरान कई लोगों के संपर्क में आ चुका था।
इसी तरह कुछ समय पहले राजकोट का एक दंपति अपने बेटे के साथ गांधीनगर आया और परीक्षण के बाद उनमें संदिग्ध लक्षण पाए गए। गांधीनगर सिविल अस्पताल में भर्ती होने के बाद उनके नमूने पुणे भेजे गए। सिविल प्रशासन के सूत्रों ने बताया कि एक महीने बीत चुके हैं लेकिन दंपति की कोरोना नमूने की जांच रिपोर्ट अभी तक नहीं मिली है।
सूरत में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पिछले कई दिनों से पॉजिटिव मामलों की संख्या 50 से नीचे जा रही थी लेकिन अब यह बढ़कर 200 तक पहुंच गयी है। सूरत के नगर आयुक्त बच्चनिधि पाणि ने कहा कि सूरत में कोरोना स्ट्रेन के 6 नए मामले सामने आए हैं, जिनमें से 5 मामले ब्रिटेन और एक अफ्रीकी स्ट्रेन का है।
सूरत शहर में कोरोना के कुल मामलों में लगभग 50 प्रतिशत केवल रांदेर और अठवा क्षेत्रों में हैं। इसके साथ ही पिछले दो दिनों से उधना, वराछा और लिंबायत में मामले बढ़ रहे हैं। 40% मामलों की वजह ट्रैवल हिस्ट्री बताई गई है। इसके मद्देनजर चेक पोस्ट पर टेस्टिंग बढ़ा दी गई है। शहर के कपड़ा बाजार और स्कूल-कॉलेज अब कोरोना के नए सुपर स्प्रेडर्स बन रहे हैं। स्कूल, कॉलेज और कपड़ा बाजार में 20 से अधिक टीमों द्वारा रोजाना 12 हजार से अधिक परीक्षण किए जा रहे हैं। इसके अलावा अठवा अंचल में बड़ी संख्या में मॉल और होटल शनिवार और रविवार को स्वेच्छा से बंद कर दिए गए हैं।
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