- रांची व बोकारो के हादसों की पुनर्रावृति रोकने के लिए अधिकारियों ने की बैठक
- बैठक में पुलिस पदाधिकारियों व जवानों को आपस में बेहतर सामंजस्य बनाने की अपील
रामगढ़। विधानसभा चुनाव के दौरान पुलिस पदाधिकारियों और सिपाहियों के बीच बेहतर सामंजस्य न होने की वजह से रांची और बोकारो जिले में हादसे हुए। ऐसी घटनाएओं रामगढ़ जिले में पुनर्रावृत्ति न हो, इसके लिए रामगढ़ डीसी संदीप सिंह और पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के पदाधिकारियों के साथ को-ऑर्डिनेशन मीटिंग की। बुधवार को बैठक में डीसी संदीप सिंह ने कहा कि रामगढ़ और बड़कागांव विधानसभा में कई इलाके अति संवेदनशील हैं। कुछ मतदान केंद्र नक्सल प्रभावित क्षेत्र में भी हैं। उन इलाकों में मतदान कर्मियों को मतदान के बाद सुरक्षित स्ट्रांग रूम तक पहुंचाना सीएपीएफ की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि जिले में शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न हो, इसमें पुलिस फोर्स की भूमिका सबसे अधिक अहम है। बैठक में एसपी प्रभात कुमार ने कहा कि पुलिस पदाधिकारी अपने अधीनस्थ जवानों के साथ बेहतर संबंध स्थापित करें। ड्यूटी के दौरान अगर किसी को आवास, पानी व बिजली की दिक्कत है तो उसे तत्काल दूर करने की व्यवस्था कर लें।

उन्होंने जवानों से कहा कि आपको किसी भी परिस्थिति में आपा नहीं खोना है। बेहतर माहौल बनाकर शांतिपूर्ण चुनाव को संपन्न कराना है। किसी भी जवान को अगर कोई समस्या हो रही हो तो वह तत्काल अपने वरीय अधिकारी या पुलिस अधीक्षक से संपर्क करेें। बैठक में पुलिस पर्यवेक्षक हरी मीणा ने कहा कि रामगढ़ जिले में पुलिस पदाधिकारियों व फोर्स के ठहराव की व्यवस्था भी काफी अच्छी है। इसके बावजूद अगर किसी को कोई दिक्कत हो तो वह अपनी समस्या रख सकता है। कोई भी जवान तनाव में न रहे। उल्लेखनीय है कि बोकारो में सीआरपीएफ जवान तपेंद्र यादव ने सोमवार की रात को किसर बात से नाराज होकर अपने ही साथियों पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं। जिसमें दो लोगों की मौत हो गई, जबकि दो जवान व एक अन्य घायल हो गये थे। इसी तरह रांची में भी छत्तीसगढ़ आर्म्ड फोर्स के जवान विक्रमादित्य रजवाड़े ने किसी बात से नाराज होकर अपने प्लाटून कमांडर को गोली मारकर हत्या करने के बाद खुद को भी गोलीमार कर आत्महत्या कर ली थी।
This post has already been read 6255 times!