राज्यसभा में भाकपा ने उठाई बैंकों का विलय न करने की मांग

नई दिल्ली । राज्यसभा में मंगलवार को भाकपा के एक सदस्य ने बैंकों का विलय न करने की मांग करते हुए सरकार से अनुरोध किया कि वह बैंकों को हुए नुकसान की भरपाई करे तथा संकट में डालने वाले चूककर्ताओं के नामों का खुलासा करे। उच्च सदन में शून्यकाल के दौरान भाकपा के विनय विश्वम ने बैंकों के विलय का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि बैंक उद्योग आज संकट में है लेकिन इसका समाधान बैंकों का विलय कदापि नहीं है।

विश्वम ने कहा कि बैंकों के विलय के विरोध में दस लाख बैंक कर्मी आज हड़ताल कर रहे हैं तथा संसद की ओर उनका मार्च भी है। उन्होंने कहा ‘‘ये कर्मचारी मांग कर रहे हैं कि बैंकों का विलय न किया जाए क्योंकि यह समस्या का समाधान नहीं है।’’ विश्वम ने कहा कि छह बैंकों का विलय किया जाना है जिससे उनका अस्तित्व पूरी तरह समाप्त हो जाएगा।

इन बैंकों की दूरदराज के इलाकों में शाखाएं हैं जो विलय के बाद नहीं रहेंगी। उन्होंने मांग की बैंकों को हुए नुकसान की सरकार को भरपाई करनी चाहिए और उन चूककर्ताओं के नामों का खुलासा करना चाहिए जो बैंकों को संकट में डालने के लिए जिम्मेदार हैं। विश्वम ने कहा ‘‘देश को इन चूककर्ताओं के नाम जानने का हक है।’’ साथ ही भाकपा सदस्य ने आम आदमी पर लगाया गया सेवा कर वापस लिए जाने की मांग भी की।

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