पेयजल, सिंचाई, सड़क व बिजली के मुद्दे पर विश्रामपुर में चुनावी संग्राम

मेदिनीनगर। विश्रामपुर-मझिआंव विधानसभा क्षेत्र में फिलहाल भाजपा के रामचंद्र चंद्रवंशी विधायक हैं जो झारखंड सरकार में स्वास्थ्य मंत्री के तौर पर पांच वर्षों तक काम किया। इसके बावजूद उनके गृह जिला व खासकर विधानसभा क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग की हालत दयनीय है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तो बने है लेकिन वहां चिकित्सक के नहीं बैठने से लोगों की परेशानियां जस की तस हैं। क्षेत्र में सड़क, बिजली व पेयजल की स्थिति भी खराब है। 2014 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी रही अंजू सिंह 24 हजार वोट लाकर सबको चौंका दिया था। लंबे समय बाद पुनः ददई दुबे कांग्रेस के उम्मीदवार बतौर चुनाव लड़ रहे हैं। झारखंड के विश्रामपुर विस सीट पर ही कांग्रेस की लाज बचती रही है। ददई दुबे कई बार यहां से जीतकर मंत्री बन चुके है। इसबार के चुनाव में सिंचाई, सड़क व बिजली प्रमुख मुद्दा बना हुआ है। यहाँ के लोगों का कहना है कि कौरव जलाशय योजना अगर क्रियान्वित हो जाए तो क्षेत्र की तीन हजार जमीन सिंचित होगी। जिससे पांडू से लेकर नावा तक के हजारों किसान लाभान्वित होंगे। 2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के रामचंद्र चंद्रवंशी को 37974, निर्दलीय अंजू सिंह को 24064, कांग्रेस के अजय कुमार दूबे को 22417 मत मिले थे। विश्रामपुर विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या 3 लाख 1 हजार 744 है। इसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 1 लाख 65 हजार 315 व महिला मतदाताओं की संख्या 1 लाख 19 हजार 230 है। इसमें से नए मतदाताओं की संख्या 1212 है।

बोले मतदाता

शाहीदेव उच्च विद्यालय, ख्ररौंधा के अवकाश प्राप्त शिक्षक वासुदेव सिंह का कहना है यहाँ की सड़कें अभी भी बदहाल है। बिजली का पोल व तार तो लग गया, मगर बिजली नदारद है। हर बार की तरह इस बार भी क्षेत्र में विकास के नाम पर सिर्फ छलावा ही हुआ है। बधमनवा पंचायत के मुखिया रविंद्र उपाध्याय ने बताया कि क्षेत्र में विकास हुआ है। सबसे बड़ा काम उग्रवाद पर नियंत्रण हुआ है। सरकार के दृढ़ इच्छा शक्ति के कारण ही विश्रामपुर से उग्रवाद निकल पाया है। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में पुल पुलिया का निर्माण भी हुआ है। किसानों को आशीर्वाद योजना के तहत लाभ पहुंचा है। गरीब लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना से मकान मिला है। वहीं गरीब महिलाओं को उज्जवला योजना से नि:शुल्क गैस मिला। इसका लाभ भाजपा विधायक सह स्वास्थ्य मंत्री को आगामी विधानसभा चुनाव में मिलेगा।संझो कुंवर का मानना है कि किसानों के हित में कोई भी काम नहीं हुआ है। सड़क की स्थिति सुधरी है मगर किसान हित में कुछ भी काम पांच साल में नहीं हुआ है। कृषक महेंद्र पाण्डेय ने बताया कि पांच साल में इस इलाके के स्वास्थ्य मंत्री होते हुए भी स्वास्थ्य की स्थित अत्यंत खराब है। मझिआंव के शिक्षक शालिक पांडेय का मानना है कि पेयजल एवं सिंचाई के क्षेत्र में जो वादा 2014 में किया गया था, वह पूरा नहीं हुआ। जनता को अभी भी इस बात का मलाल है। जनता इस बार चुनाव में पूर्व में किए गए वायदों को हिसाब भी मांगेगी।  

इसबार पेयजल व सिंचाई रहेगा मुद्दा

विश्रामपुर-मझिआंव विधानसभा क्षेत्र में आसन्न विधानसभा चुनाव में स्वास्थ्य, सिंचाई व पीने का पानी मुख्य मुद्दा रहेगा। इसके साथ ही बिजली, सड़क, शिक्षा के मुद्दा भी छाया रहेगा। विश्रामपुर क्षेत्र में ओबरा के पास बांकी नदी पर पुल का निर्माण भी मुद्दा रहेगा।

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