नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जॉर्डन के शाह अब्दुल्ला द्वितीय से यहां मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने व्यापार और निवेश सहित विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए एक साथ मिलकर काम करने पर अपने विचारों का आदान-प्रदान किया। सऊदी अरब की राजधानी में ‘फ्यूचर इन्वेस्टमेंट इनीशिएटिव फोरम’ से इतर दोनों नेताओं ने मुलाकात की। सऊदी अरब का बहुचर्चित तीन दिवसीय वैश्विक वित्तीय सम्मेलन मंगलवार को यहां शुरू हुआ जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कई अन्य देशों के नेता भाग ले रहे हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, ‘‘दोनों नेताओं ने विभिन्न क्षेत्रों विशेष रूप से व्यापार एवं निवेश, मानव संसाधन विकास और जनसंपर्क को मजबूत करने के लिए एक साथ मिलकर काम करने पर विचारों का आदान-प्रदान किया।’’ इससे पहले दोनों नेताओं ने पिछले महीने न्यूयॉर्क में आयोजित संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र से इतर मुलाकात की थी। सबसे पहले दोनों नेता 2015 में यूएनजीए के दौरान मिले थे। मोदी और जॉर्डन के शाह दोनों ही वित्तीय सम्मेलन को संबोधित करेंगे। ‘फ्यूचर इन्वेस्टमेंट इनीशिएटिव फोरम’ में सरकार, उद्योगपति और वित्त पोषक भाग लेंगे।
बैठक में वैश्विक व्यापार और उसकी प्रवृत्ति पर चर्चा के साथ साथ आने वाले दशकों में वैश्विक निवेश परिदृश्य को लेकर अवसर और चुनौतियों पर बातचीत की जाएगी। गौरतलब है कि जॉर्डन 10,000 से अधिक भारतीयों का घर है, जो वहां पर कपड़ा, निर्माण और विनिर्माण, उर्वरक कंपनियों, स्वास्थ्य क्षेत्र, विश्वविद्यालयों, आईटी, वित्तीय कंपनियों और बहुपक्षीय संगठन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत हैं। जॉर्डन के साथ भारत के संबंध पुराने हैं। भारत उसे मानवीय सहायता के लिए धन भी मुहैया कराता है।
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