रामगढ़ । हजारीबाग जिले के उरीमारी थाना क्षेत्र में रेलवे साइडिंग के निर्माण में लगी हरदेव कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के इंजीनियर को गोली मारने वाला अपराधी केदार ठाकुर गिरफ्तार कर लिया गया। वह केरेडारी थाना क्षेत्र के कोले गांव का निवासी है। यह अपराधी नक्सलियों के साथ भी मिला हुआ है।
पतरातू, उरीमारी, भुरकुंडा व अन्य थाना क्षेत्रों में वर्ष 2006 से सक्रिय है। बुधवार को बढ़कागांव एसडीपीओ अनिल सिंह ने बताया कि गिरफ्तार केदार ठाकुर पूरे इलाके में लेवी, रंगदारी और गोलीबारी के कांडों में शामिल रहा है। रामगढ़ में बगड़िया ब्रदर्स के प्रोपराइटर कमल बगड़िया को भी उसने लेवी के लिए धमकी दी थी। उरीमारी में रॉयल कंस्ट्रक्शन के प्रबंधक ध्रुव कुमार और मुंशी को भी लेने के लिए उसने धमकी दी थी। उन्होंने बताया कि 26 जुलाई को वह अपने एक साथी के साथ रेलवे साइडिंग पर काम कर रहे लोगों के पास गया था। जैसे ही इंजीनियर रोहित मिश्रा को उसने देखा तो गोली चला दी।
उन्होंने बताया कि 27 फरवरी को दसई मांझी पर उसने जानलेवा हमला किया था। उनसे भी लेवी की मांग की थी। उसने सोना राम मांझी पर भी लेवी के लिए गोली चलाई थी। दिसंबर 2018 में बालूमाथ में उसने लेवी के लिए कोल साइडिंग मे इंचार्ज को धमकी दी थी। इसके अलावा ओएनजीसी कंपनी के बेस कैंप, बड़कागांव थाना क्षेत्र के इलाकों में भी गोलीबारी की थी।
कितनी थाना क्षेत्र में सीसीएल के ठेकेदार विकास सिंह को भी लेवी के लिए उसने धमकी दी। दिसंबर 2018 महीने में बालूमाथ के फूलवसिया कोल साइडिंग में 3 बाइक को जला दिया था। बालूमाथ के उदयपुरा में रोड निर्माण कार्य मिलेगी कंपनी की गाड़ी पर गोलीबारी कर लेवी के लिए धमकी दी थी।
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