सारा संकट वास्तव में धर्म संकट के कारण ही है : निर्मला बहन

रांची। ब्रह्माकुमारी संस्थान की संचालिका निर्मला बहन ने कहा कि आज का सारा संकट वास्तव में धर्म संकट के कारण ही है। भावी विप्लव का मूल चारित्रिक पतन, नैतिक ज्ञान और धार्मिक भ्रष्टता है, लेकिन लोग केवल बाहरी कारणों को ही देखते हैं।

निर्मला बहन रविवार को चौधरी बगान हरमू में ब्रह्माकुमारी संस्थान में आयोजित कार्यक्रम में बोल रही थी। उन्होंने कहा कि जनसंख्या में जो कल्पनातीत और चिन्ताजनक वृद्धि हो रही है, उसका मूल कारण मनुष्य की वासना वृद्धि है। एटॉमिक अस्त्रों-शस्त्रों की तैयारी भी मनुष्य के स्वभाव की उद्धिग्नता, उसमें क्रोध, द्वेष और हिंसात्मक वृत्ति की प्रबलता है। उन्होंने कहा कि मत-मतान्तरों में टकराव भी मनुष्य के देह अभिमान के कारण है। आज विश्व के सभी देश आणविक युद्ध की आशंका से एक-दूसरे से भयभीत हैं। यह सभी जानते हैं कि यदि आणविक युद्ध हुआ तो उसमें विजय किसी की भी नहीं होगी, बल्कि विनाश ही होगा। कुदरत ने वर्तमान धर्म भ्रष्ट, कर्म भ्रष्ट और पतित सृष्टि के महाविनाश के लिए वैज्ञानिकों को प्रेरित करके ये बम तैयार कराये है। दूसरी ओर भूगर्भ शास्त्री भी कहते हैं कि इस युद्ध में ताप परिवर्तन होने से दक्षिणी ध्रुव की बर्फ के पिघलने से बाढ़ या भूकम्प आदि आयेंगे। अणु बम का प्रभाव केवल मनुष्य तक नहीं रहेगा, बल्कि वायु-पानी को भी विषाक्त कर देगा। जिससे पेड़-पौधे और पशु-पक्षी तथा मछलियां आदि भी विषाक्त हो जायेगी। उन्होंने कहा कि यदि मनुष्य अन्न के अभाव में उदर पूर्ति के लिए इनको खायेगा, तो तत्काल ही वह काल का ग्रास बन जायेगा।

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