बेंगलुरु । कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धारमैया ने विश्वासमत पर चर्चा के दौरान कहा कि असंवैधानिक तरीकों का इस्तेमाल कर सरकार बनाने का भाजपा का प्रयास निंदनीय है।
उन्होंने कहा कि विधायकों की थोक में खरीद-फरोख्त खतरनाक है। यदि भाजपा थोक में विधायकों को खरीदती है तो यह सरकार के लिए संकट का कारण बना है। राज्य में इस तरह का राजनीतिक घटनाक्रम शर्मनाक है। राज्य के 99 फीसदी लोगों को पता है कि भाजपा इन विधायकों की खरीद-फरोख्त के पीछे है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव के दौरान राज्य में खंडित जनादेश था। किसी को भी स्पष्ट बहुमत नहीं मिला। हालांकि, कांग्रेस को 38.14 प्रतिशत वोट मिले जबकि भाजपा को 36.34 प्रतिशत और जेडीएस को 18.3 प्रतिशत वोट मिले थे। कुल मिलाकर, कांग्रेस और जेडीएस को 56.44 प्रतिशत मत मिले थे। विडंबना यह है कि हमें अधिक मत मिले लेकिन सीटें कम मिलीं, जबकि भाजपा का वोट शेयर कम था लेकिन ज्यादा सीटें मिलीं।
उन्होंने कहा कि जब येदियुरप्पा ने सरकार बनाने का दावा पेश किया था तो राज्यपाल ने बहुमत साबित करने के लिए 15 दिनों का समय दिया था। फिर सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें बहुमत साबित करने के लिए 24 घंटे का समय दिया लेकिन वह बहुमत साबित नहीं कर पाए थे। अब, येदियुरप्पा दावा कर रहे हैं कि भाजपा के पास बहुमत है। मैं येदियुरप्पा के आरोपों से थक चुका हूं। जिस दिन राजयपाल ने उन्हें बहुमत साबित करने का अवसर दिया, उसी दिन विधायकों की खरीद-फरोख्त की शुरुआत हुई।
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