रांची। स्वास्थ्य सेवाएं के निदेशक प्रमुख डॉ. विजय शंकर दास ने कहा कि जनसंख्या विस्फोट के खतरों से परिचित होने के बावजूद दिनोंदिन जनसंख्या बढ़ती जा रही है। हालांकि कुछ क्षेत्रों में शिक्षा के जरिये जागरूकता आयी है, लेकिन हमें इस दिशा में और काम करने की आवश्यकता है।
दास गुरुवार को सदर अस्पताल परिसर में विश्व जनसंख्या दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि शिक्षित परिवार को देख, अशिक्षित परिवार भी अपने बच्चे को शिक्षित करने एवं आगे बढ़ाने के लिए तत्पर हुए हैं। उन्होंने कहा कि विश्व जनसंख्या दिवस मनाने का मुख्य कारण जनसंख्या विस्फोट को रोकने के लिए लोगों को जागरूक करना तथा इससे उत्पन्न होने वाले खतरों के प्रति लोगों को आगाह करना है। इसके माध्यम से विश्वभर में लोगों को सतर्क करने के लिए जनसंख्या विस्फोट के दुष्परिणामों के बारे में बताया जाता है, जिससे कि जनसंख्या को कम करने में विश्व के सभी नागरिक का योगदान सुनिश्चित हो। उन्होंने भारत सरकार के इस वर्ष के थीम ‘परिवार नियोजन से निभाएंं जिम्मेदारी, मांं और बच्चे के स्वास्थ्य की पूरी तैयारी’ को सफल करने को कहा।
इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ. वीवी प्रसाद ने परिवार नियोजन के मुख्य लक्ष्य को बताते हुए कहा कि योग्य दंपतियों और आज के युवा पीढ़ी को बेहतर शिक्षा, अच्छा स्वास्थ्य, शुद्ध वातावरण सहित अन्य आवश्यक सुविधाएंं स्वास्थ्य जीवन का संदेश देना है, जिससे छोटा परिवार सुखी परिवार के माध्यम से भविष्य में बच्चों की बेहतर शिक्षा, अच्छा स्वास्थ्य एवं शुद्ध जलवायु को सुनिश्चित किया जा सके। इस अवसर पर गुजंन खलखो, राज्य समन्वयक, परिवार नियोजन कोषांग, अजय कुमार शर्मा, पंकज कुमार, महेश कुमार, अजीत कुमार आदि उपस्थित थे।
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