भोजपुरी में शपथ नहीं लेने दी गई

नई दिल्ली । 17वीं लोकसभा के पहले सत्र की शुरुआत सोमवार को सांसदों के शपथ ग्रहण समारोह से हुई। इस दौरान सभी सांसदों ने अपनी-अपनी इच्छा के अनुसार संस्कृत, अंग्रेजी, हिन्दी के अलावा अन्य भारतीय भाषाओं में शपथ ली। हालांकि महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने भोजपुरी में शपथ लेनी चाही, लेकिन उन्हें मना कर दिया गया।

जनार्दन सिंह भोजपुरी में शपथ लेने की शुरुआत की तो उन्हें लोकसभा महासचिव ने ऐसा करने से मना कर दिया। आखिरकार उन्हें हिंदी में शपथ लेनी पड़ी। भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूड़ी ने भी भोजपुरी में शपथ लेनी चाही थी। ऐसा इसलिए कि देश में भाषाओं को एक दर्जा प्राप्त है, जिसके तहत उन्हें आठवीं अनुसूची में शामिल किया गया है। वे भाषाएं जिन्हें इस सूची में डाला गया है, सांसद केवल उन्हीं में शपथ ले सकते हैं। भोजपुरी की कई वर्षों से आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग उठ रही है।

बिहार की ही अन्य भाषा मैथिली इस सूची में शामिल है। बिहार के सांसदों ने हिन्दी और मैथिली में शपथ ली है। दरभंगा के सांसद गोपाल ठाकुर ने मैथिली भाषा में शपथ ली। खगड़िया से लोजपा से जीतकर आए महबूब अली कैसर अंग्रेजी में शपथ ली।

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