बंगाल में डॉक्टरों के साथ हुई हिंसा के विरोध में एकजुट हुए डॉक्टर

नई दिल्ली । पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों के साथ हुई हिंसा को लेकर सोमवार को भी देशभर में डॉक्टरों का प्रदर्शन जारी है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन(आईएमए) द्वारा बुलाई गई हड़ताल का असर राजधानी में भी देखा जा रहा है। दिल्ली चिकित्सा संघ(डीएमए) और फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन(फोर्डा) ने इस हड़ताल को अपना समर्थन दिया है। डीएमए द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि वो डॉक्टरों और अस्पतालों के खिलाफ हिंसा के विरोध में आईएमए की हड़ताल का समर्थन करते हैं।

आईएमए ने एक बयान जारी कर आज कहा कि इस हड़ताल में किसी भी अस्पताल की आपातकालीन सेवा बाधित नहीं रहेगी लेकिन सभी अस्पतालों की ओपीडी सेवा बंद रहेगी।

फोर्डा के अध्यक्ष डॉक्टर सुमेध ने ‘हिन्दुस्थान समाचार’ से बातचीत में कहा कि फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन(फोर्डा) के तहत आने सभी अस्पताल बंद का समर्थन कर रहे हैं। इन अस्पतालों में एम्स, सफदरजंग, आरएमएल आदि बड़े अस्पताल भी शामिल हैं। डॉ सुमेध के अनुसार आज पूरी दिल्ली में लगभग 10 हजार डॉक्टर काम का बहिष्कार कर रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि बीते 10 जून को कोलकाता के एनआरएस मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान एक 75 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गई थी। बुजुर्ग के परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उनकी पिटाई की थी। इस हमले में दो जूनियर डॉक्टर बुरी तरह से घायल हो गए थे, जिसको लेकर पूरे देश के डॉक्टर इसका विरोध कर रहे हैं और अपनी सुरक्षा की मांग कर रहे हैं।

This post has already been read 6729 times!

Sharing this

Related posts