नई दिल्ली। ओडिशा के बालासोर लोकसभा सीट से नवनिर्वाचित 64 वर्षीय सांसद प्रताप चंद्र सारंगी को केंद्रीय राज्यमंत्री के तौर लघू सूक्ष्म और भारी उद्योग मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। सारंग ओडिशा के बालासोर जिला के नीलगिरि के रहने वाले हैं और वो अपने जीवन का उद्देश्य समाज सेवा मानते हैं और इसके लिए राजनीति को प्रभावी माध्यम मानते हैं। ओडिशा में लोकसभा चुनाव के प्रचार में जब विपक्षी बड़ी-बड़ी गाड़ियों से प्रचार कर रहे थे तब सारंगी झोला लेकर साइकिल पर सवार होकर प्रचार करते थे। शायद यही सादगी और सेवा जनता सहित मोदी को पसंद आई इसी कारण उन्हें कैबिनेट में जगह मिली। सारंगी ने मीडिया से बातचीत में खुद कबूल किया कि वो साधू बनना चाहते थे। इसके लिए वो रामकृष्ण मठ भी गए लेकिन वहां से उन्हें मां की सेवा करने को कहा गया क्योंकि सारंगी के पिता की मृत्यु हो चुकी थी और उनकी मां घर में अकेली थी। इसके बाद वो घर लोटे और मां के साथ समाज सेवा में लगे रहे। माना जाता है प्रधानमंत्री मोदी भी सारंगी के सादगी और सेवा के कायल हैं। इसी कारण उन्हें कैबिनेट में जगह दी गई। सारंगी ने पहली बार राष्ट्रीय राजनीति में कदम रखा है। इससे पहले वे 2004 और 2009 में नीलगिरी विधानसभा से विधायक रह चुके हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में जरूर हारे लेकिन इस बार दिल्ली पहुंचने में सारंगी कामयाब रहे।
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